मुकेश अग्निहोत्री बोले – इस बारे नहीं दिया आश्वासन
शिमला। हिमाचल में निजी बस ऑपरेटर न्यूनतम बस किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। ऑपरेटरों का तर्क है कि जब बस दस लाख में आती थी और डीजल 40 रुपए लीटर था तब भी न्यूनतम किराया 5 रुपए था।
आज बस 40 लाख में आ रही है और डीजल सौ रुपए के करीब है तब भी किराया पांच रुपए है। सुलभ शौचालय में भी दस रुपए देने पड़ते हैं और भिखारी भी दस रुपए से कम नहीं लेते हैं।
नवरात्र पर HRTC का बड़ा फैसला : हिमाचल के दो शक्तिपीठों के लिए दौड़ेगी बस
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और निजी बस ऑपरेटर के बीच हुई बैठक में न्यूनतम किराया बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक के बाद निजी बस ऑपरेटर्स का दावा है कि डिप्टी सीएम ने न्यायपूर्ण किराया बढ़ाने का आश्वासन दिया है। वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि किराया बढ़ाने को लेकर किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दिया है।
हिमाचल : 15 रुपए न्यूनतम बस किराये पर बड़ी अपडेट, क्या बोले डिप्टी सीएम- जानें
क्या बोले निजी बस ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम किराया 12 रुपए है। हिमाचल की भौगोलिक स्थिति पहाड़ी है। लंबे समय से न्यूनतम किराया पांच रुपए है। किराया बढ़ाने का फैसला सरकार के आधार क्षेत्र का मामला है।
पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने यह सहमति की है कि न्यायपूर्ण आपका न्यूनतम किराया जरूर बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा है कि पांच रुपए बिल्कुल गलत है। आपकी मांग पर विचार कर किराया बढ़ाया जाएगा।
हरिपुर : भटोली फकोरियां की रूपाली शर्मा बनीं असिस्टेंट प्रोफेसर कॉमर्स
उधर, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि न्यूनतम किराये को लेकर ऑपरेटर का तर्क है कि बस 10 लाख और डीजल 40 रुपए था तब भी पांच रुपए था और जब बस 40 लाख की हो गई और डीजल 88 तब भी 5 ही है।
किराये बढ़ाने का निर्णय कैबिनेट का होता है। इस बारे ऑपरेटर को किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दिया है। न्यूनतम किराया बढ़ाने को लेकर कोई आश्वासन नहीं दिया है।