शिमला। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मामला उठने के बाद क्रिप्टो करेंसी स्कैम मामले की जांच तेज हो गई है। लोग मामले की शिकायत करने पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। अब तक 55 से अधिक शिकायतें पुलिस के पास पहुंच चुकी हैं।
कांगड़ा जिला के पालमपुर पुलिस थाने में दर्ज मामले में एसआईटी को बड़ी कामयाबी मिली है। एसआईटी ने हिमाचल के मंडी के सुखदेव और हेमराज ठाकुर को गुजरात से दबोचा है। मुख्य आरोपी सुभाष शर्मा की तलाश जारी है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को हिमाचल लाया जाएगा।
इस मामले में 18 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। क्रिप्टो करेंसी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों की वित्तीय जांच भी होगी। क्रिप्टो करेंसी स्कैम के वर्ष 2018-19 से चल रहा था। मामले में और गिरफ्तारियां भी होंगी।
हिमाचल में क्रिप्टो करंसी स्कैम का मामले हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में उठा था। सरकार ने मामले की जांच को एसआईटी गठित करने का ऐलान किया था। एसआईटी डीआईजी नॉर्थन जोन अभिषेक दुल्लर की अगुवाई में गठित की गई है।
सरकार के फैसले के बाद एसआईटी गठित की गई। एसआईटी मामले की जांच में जुटी है। माना जा रहा है कि हिमाचल में यह सबसे बड़ा स्कैम हो सकता है। एसआईटी के हाथ कई लोगों के गिरेबान तक पहुंच सकते हैं।
डीआईजी विजिलेंस शिवकुमार की अध्यक्षता में बनाई टीम
शिमला। हिमाचल में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 पेपर लीक मामले में सुक्खू सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने एचपीएसएससी (HPSSC) द्वारा आयोजित पिछली परीक्षाओं की जांच करवाने का भी निर्णय लिया है। एचपीएसएससी की पूर्व में हुई परीक्षाओं में कठित आरोपों की जांच के लिए एडीजी विजिलेंस ने एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है, ताकि मामले में और खुलासे हो सकें।
टीम डीआईजी विजिलेंस शिवकुमार की अध्यक्षता में गठित की है। इसमें तीन एसपी राहुल नाथ, अंजुम आरा और बलबीर सिंह होंगे। साथ ही चार एएसपी, 3 डीएसपी और इंस्पेक्टर व एसआई शामिल होंगे। SIT प्रतिदिन आरोपों की जांच करेगी। वहीं, हमीरपुर में पैसे लेकर जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 पेपर बेचने के मामले में अलग से तकनीकी टीम का गठन किया गया है।
जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी(JOA IT)पोस्ट कोड 965 का पेपर लीक होने के बाद सुक्खू सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित कर दिया है। सभी चल रही और लंबित भर्ती प्रक्रियाओं को अगले आदेश तक स्थगित करने के आदेश दिए हैं।
हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित करने के बाद सरकार ने एडीसी कम एडीएम हमीरपुर को HPSSC में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी तैनात किया है। वह अपने पद से अतिरिक्त रूप से ये कार्यभार देखेंगे। आयोग में कार्यरत सभी कर्मचारियों को ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।
आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर और डिप्टी सेक्रेटरी को भी हटा दिया गया है। इन अधिकारियों के तैनाती आदेश अलग से जारी किए जाएंगे। इन्हें पर्सनल (पूल) विभाग को रिपोर्ट करनी होगी। पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी महिला उमा आजाद को निलंबित कर दिया गया है।
गौर हो कि शुक्रवार (23 दिसंबर) को हिमाचल के हमीरपुर में विजिलेंस की टीम ने हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात वरिष्ठ अधीक्षक, उनके बेटे और अन्य को 2 लाख 50 हजार रुपए लेकर जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 965 के हल प्रश्न पत्र बेचते रंगे हाथ पकड़ा था।
विजिलेंस थाना हमीरपुर में मामले को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी। संजय (दलाल) नामक व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से 25 दिसंबर को होने वाले जेओए आईटी आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 965 के प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाने की बात कही थी। 23 दिसंबर को विजिलेंस हमीरपुर ने स्वतंत्र गवाहों के साथ एक ट्रैप टीम का गठन किया।
संजय (दलाल) ने शिकायतकर्ता से एनआईटी हमीरपुर में मिलने के लिए दोबारा संपर्क किया और उसे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी हमीरपुर स्थित गोपनीय शाखा में तैनात वरिष्ठ अधीक्षक उमा आजाद के घर ले गया। उसने अपने बेटे निखिल आजाद के साथ दलाल को पहले से हल प्रश्न पत्र प्रदान किए। उसी वक्त विजिलेंस की टीम ने उन्हें नकद और प्रश्नपत्रों के साथ पकड़ लिया। हमीरपुर विजिलेंस पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है, जिसकी आगे की जांच की जा रही है।
बता दें कि जेओए आईटी आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 965 का पेपर रविवार 25 दिसंबर को था। आयोग ने मई 2022 में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी आईटी (JOA IT) के 198 पदों के लिए आवेदन मांगे थे।
अक्टूबर 2022 में 121 पद जोड़े जाने के बाद पदों की संख्या 319 हो गई। इन पदों के लिए 1,03,344 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। मामला सामने आने के बाद हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने पेपर रद्द कर दिया गया।
पैसे लेकर जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी (JOA IT) पोस्ट कोड 965 का प्रश्न पत्र देने के मामले में विजिलेंस ने अब तक 6 आरोपियों को पकड़ा है। इसमें हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के गोपनीय शाखा में तैनात वरिष्ठ अधीक्षक उमा आजाद, उनका बेटा निखिल आजाद, संजीव शर्मा, नीरज, अजय शर्मा और तनु शर्मा शामिल हैं।
आरोपियों के घर और अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश देकर तलाशी ली जा रही है। अब तक की जांच में विजिलेंस की टीम ने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। इसके अलावा काफी मात्रा में नकदी के साथ अन्य आपत्तिजनक साक्ष्य भी विजिलेंस की टीम के हाथ लगे हैं।