शिमला। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) पोस्ट कोड-817 (जेओए आईटी पोस्ट कोड 817) का लंबित रिजल्ट जारी करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि 7 अभ्यर्थी जिनके खिलाफ पेपर लीक मामले में एफआईआर दर्ज है, उन्हें छोड़कर सभी अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित करने की संस्तुति का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि सब कमेटी के सुझावों को कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि सब कमेटी के इस निर्णय से परिणाम जारी करने को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे जेओए आईटी के अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी। जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 के तहत लगभग 1867 पदों पर भर्ती के लिए लगभग 2 लाख 15 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, एक लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी और लगभग 4500 अभ्यर्थी स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए उत्तीर्ण हुए थे।
पोस्ट कोड-817 की परीक्षा तत्कालीन हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग, हमीरपुर द्वारा ली गई थी, लेकिन पेपर लीक के मामले सामने आने पर इस परीक्षा के परिणाम विजिलेंस जांच के कारण लंबित थे।
इस मामले के समाधान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कानूनी पहलुओं के निरीक्षण के लिए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया गया था। उद्योग मंत्री हषवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और आयुष मंत्री यादविन्द्र गोमा इस उप-समिति के सदस्य हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि सब कमेटी द्वारा भविष्य में शेष पोस्ट कोड को लेकर बैठकों में विमर्श किया जाएगा, जिनमें युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर निर्णय लिए जाएंगे।
शिमला। नए साल की शुरुआत के साथ ही पक्ष-विपक्ष के नेता भी नए तेवर में नजर आने लगे हैं। ऐसे में वार-पलटवार का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री पर जोरदार तंज किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री से ‘चुप मुख्यमंत्री’ बन गए हैं। पहले हर बात पर बोला करते थे, जहां जरूरत नहीं भी होती थी, वहां भी बोला करते थे, लेकिन अब वह चुप रहते हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि अपनी ही सरकार में वे ‘चुप मुख्यमंत्री’ बन गए हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार में बनाए गए दो नए मंत्रियों को अब तक पोर्टफोलियो न मिलने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब दो मंत्री तो बनाए गए, लेकिन अब करीब एक महीना होने को है और मंत्रियों को विभाग नहीं दिए गए हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले तो मंत्रिमंडल विस्तार में एक साल का वक्त लगा दिया गया और अब मंत्रियों को विभाग नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मौजूदा सरकार की स्थिति को बताता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाटी समुदाय के लोगों को उनका अधिकार देने में जानबूझकर देरी की। संसद से यह बिल अगस्त महीने में पास हो गया था। बावजूद इसके हिमाचल प्रदेश में यह अधिकार देने के लिए चार महीने का वक्त लगाया गया। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के नेता इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस के नेताओं को लज्जा आनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने हाटी समुदाय के लोगों का अधिकार रोकने की कोशिश की। जयराम ठाकुर ने कहा कि हाटी समुदाय के लोगों को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों से यह अधिकार हासिल हुआ है।