चुनाव आयोग से की शिकायत, संज्ञान लेने की मांग
शिमला। हिमाचल में अब पोस्टल बैलेट को लेकर सियासत सुर्ख हो गई है। कांग्रेस चुनाव आयोग के पास पहुंच गई है। कांग्रेस ने कुछ कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट न मिलने की बात कही है। साथ ही चुनाव से मामले में संज्ञान लेने की मांग की है।
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बता दें कि हिमाचल में सर्विस वोटरों को पोस्टल बैलेट न मिलने पर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत की है और मांग की है कि चुनाव आयोग सभी सर्विस वोटरों को डाकमत पत्र उपलब्ध करवाए। क्योंकि कुछ जिलों में सर्विस वोटरों को मतपत्र नहीं मिले हैं। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने सर्विस वोटरों के मतपत्र जल्द वापस भेजने के लिए आयोग से सरकारी मशीनरी को जरूरी दिशा-निर्देश देने की मांग की है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को वोट देने का अधिकार है। इसलिए चुनाव आयोग सभी सर्विस वोटरों को मतपत्र उपलब्ध करवाने के साथ साथ 8 दिसबंर से पहले उनकी वापसी भी सुनिश्चित करवाए। सिरमौर और बिलासपुर में कुछ कर्मचारियों को मतपत्र न मिलने के मामले भी सामने आए हैं, जिसको लेकर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए।
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वहीं, हिमाचल मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा है कि चुनाव आयोग का काम सर्विस वोटरों को मतपत्र मुहैया करवाना है, जो पहले ही आयोग ने भेज दिए हैं। चुनाव के लिए 59 हजार के करीब कर्मचारियों की ड्यूटी लगी हुई थी, जिन्हें मतपत्र भेज दिए गए हैं और उनमें से 40 हजार वापस भी पहुंच चुके हैं। इसके अलावा 80 साल से अधिक और पीडब्ल्यूडी वोटरों के मतपत्र की प्रकिया पहले पूरी की जा चुकी है, जबकि 19 हजार सर्विस वोटर के मतपत्र भी आयोग के पास पहुंच गए हैं। चुनाव आयोग ने डाक विभाग के साथ बैठक कर पोस्टल बैलेट को समय पर पहुंचाने के लिए जरूरी निर्देश दे दिए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायतें निपटाने के भी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में कुल मिलाकर 1 लाख 27 हजार 287 सर्विस वोटर हैं, जो डाक मतपत्र के माध्यम से अपना मत दे रहे हैं।