Categories
Top News KHAS KHABAR Kangra State News

मॉक ड्रिल : अचानक बढ़ा पौंग डैम का जलस्तर, तीन गांव आए चपेट में-बचाव कार्य जारी

बाढ़ और भूस्खलन आपदा तैयारियों की जांच को किया अभ्यास

फतेहपुर। कांगड़ा जिला में बाढ़ और भूस्खलन आपदा तैयारियों की जांच के लिए मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिले में चिन्हित 7 स्थलों पर मेगा मॉक अभ्यास किया गया। पालमपुर उपमंडल के सौरव वन विहार में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। काल्पनिक आपदा के रूप में मनाली में ग्लेशियर गिरने से पौंग बांध का जल स्तर बढ़ने से खटियाड़ पंचायत के तीन गांव पौंग डैम की चपेट में आ गए, जिससे क्षेत्र में हाहाकार मच गया।

Breaking : मां चामुंडा मंदिर के पास मृत मिली युवती की हुई पहचान, पंजाब निवासी

 

पौंग डैम जल क्रीड़ा के प्रांगण में रेस्क्यू के लिए टेंट की व्यवस्था की। जैसे हो क्षेत्र में आपदा की खबर पहुंची आपदा मित्र मौके पर राहत कार्यों में जुट गए। सायरन वाली गाड़ियां, विभागों की गाड़ियां व स्वाथ्य विभाग की एबुलेंस भी मौके पर पहुंची।

धर्मशाला में चरस के साथ पकड़ी महिला, मैक्लोडगंज में भी एक धरा

जिला के साथ-साथ फतेहपुर प्रशासन व एनडीआरएफ टीम (नूरपुर) के सौजन्य से आज वीरवार को पौंग डैम पर मॉक ड्रिल हुई। संबंधित टीम द्वारा बाढ़ से बचाव बारे जिन उपकरणों व अन्य सामनों का प्रयोग किया गया, उसको भी यहां प्रदर्शित किया गया। पौंग डैम के मॉक ड्रिल की विभिन्न गतिविधियां करवाई गई। एसडीएम फतेहपुर भारती ने ड्रिल का अवलोकन किया।

मनाली : वाटरफॉल देखने निकली रशियन महिला ढांक में गिरी, पुलिस ने किया रेस्क्यू 

 

एसडीएम ने बताया कि जब भी कोई आपदा या बाढ़ जैसी कोई स्थिति उत्पन्न होती है। उस समय एनडीआरएफ की टीम और जिला व स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया जाता है। मॉक ड्रिल में अग्निशमन विभाग, जल शक्ति विभाग फतेहपुर, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, रेडक्रॉस, पीडब्ल्यूडी , एसवाईएल के साथ-साथ अन्य विभागों के जो भी कार्य हैं, उसे भी यहां पर दिखाने का काम किया गया।

HRTC का लेह-दिल्ली रूट शुरू, जानें क्या रहेगी टाइमिंग और किराया

मॉक ड्रिल के दौरान अनाउंसमेंट कर बताया गया कि पौंग बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी के तेज बहाव से खटियाड़ पंचायत के पौंग बांध के साथ लगते अठाईस लोगों और उनके तीन मवेशी बह गए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई है ।आपदा मित्रों ने 28 लोगों को बचाया। सुनामी व बाढ़ आने से पीने का पानी की सप्लाई बाधित हो चुकी थी, फिर आपातकालीन स्थिति में जल शक्ति विभाग फतेहपुर के अधिशाषी अभियंता विपिन लुणा, सहायक अभियंता विनय डोगरा व कनिष्ठ अभियंता पंकज शर्मा ने मोर्चा संभालते हुए हुए बाधित हो चुकी पानी की सप्लाई को पानी के टैंक से नल लगाकर अस्थाई तौर बहाल किया।

स्टेट सीआईडी से मोहन सिंह पठानिया भी इस आपताकालीन स्थिति में अपनी पूरी भूमिका निभाते हुए नजर आए, जहां पल-पल की जानकारी वो अपने आलाधिकारी को देते हुए नजर आए। संसाधनों की कमी के साथ-साथ क्षेत्र में किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए स्पष्ट कार्ययोजना की कमी दिखी। वहीं एनडीआरएफ की टीम दो घंटे देरी से पहुंची। प्रशासन ने मॉक ड्रिंल की शुरूआत दो घंटे पहले ही कर दी थी। अपातकालीन स्थिति में दो घंटे तक एनडीआरएफ टीम का इंतजार करना पड़ा। आखिर दो घंटे के बाद टीम पहुंची और उसके बाद दस अन्य लोगों को बाहर निकाला गया।

हरिपुर-धर्मशाला वाया टांडा रूट पर जल्द दौड़ेगी इलेक्ट्रिक बस, ट्रायल सफल

 

हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय को मिली मीडिया लैब, कुलपति ने किया उद्घाटन 

ऊना में 8वीं, 10वीं से स्नातक, डिप्लोमा होल्डर के लिए रोजगार का मौका

क्या आपको है पता, हिमाचल इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड उपभोक्ताओं को हर साल देता है ब्याज?

हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *