जयराम बोले-आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाया जा रहा है
शिमला। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र की आज की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष ने प्रश्नकाल से पहले ही स्थगन प्रस्ताव लाया। बीजेपी विधायकों ने आउटसोर्स के मसले पर सदन में चर्चा की मांग की। स्पीकर द्वारा इसकी इजाजत नहीं मिलने पर विपक्ष ने सदन में जोरदार नारेबाजी की। विपक्ष प्रश्नकाल के दौरान सदन में कुछ देर तक नारेबाजी करता रहा और उसके बाद वॉकआउट कर दिया।
हिमाचल में क्लास थ्री की भर्ती शुरू, कंडक्टर के 360 पदों को करें आवेदन
बीजेपी विधायक सुखराम चौधरी, त्रिलोक जमवाल सुरेंद्र, रणधीर शर्मा, जनकराज, विपिन सिंह परमार, विनोद कुमार और हंसराज ने इसे लेकर स्पीकर से चर्चा की मांग की थी। इसके जवाब में स्पीकर ने कहा कि बजट सत्र के दौरान आउटसोर्स को लेकर कई प्रश्न लग चुके हैं। सरकार इसका जवाब दे चुकी है। इसलिए इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इस पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
सजा के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर करेंगे राहुल गांधी, क्या बोले-कुलदीप राठौर-पढ़ें
विधानसभा परिसर में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि नियम 67 के तहत विपक्ष ने काम रोको का प्रस्ताव दिया, लेकिन यह स्वीकार नहीं किया गया। कांग्रेस ने पांच लाख रोजगार देने का वादा किया था। सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। कोविड काल में सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।
जब सवाल पूछे जा रहे हैं तो सरकार इसका उत्तर देने में असमर्थ है। सरकार पिछली सरकार में लगे आउटसोर्स कर्मचारियों को हटाने में लगी है। राजनीतिक मकसद से फैसले लिए जा रहे हैं। सीएम सदन में नहीं हैं। मुख्यमंत्री संवैधानिक व्यवस्था के विरुद्ध अपने राष्ट्रीय नेता की जमानत के लिए गुजरात गए हुए हैं। विपक्ष यह बर्दाश्त करने वाली नहीं है।