वर्ष 2021 में भुंतर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था केस
कुल्लू। हिमाचल की कुल्लू जिला पुलिस ने 28 लाख के साइबर ठगी के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने मामले में पश्चिम बंगाल से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास कई मोबाइल फोन , सिम कार्ड (SIM Cards), एटीएम कार्ड (ATM Cards) , पेन ड्राइव (Pen Drive), आधार कार्ड (Aadhar card) और अन्य अलग अलग प्रकार के जाली दस्तावेज बरामद हुए हैं।
बता दें कि वर्ष 2021 में कुल्लू के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ साइबर अपराधियों ने 28 लाख रुपये की ठगी की थी। मामला पुलिस थाना भुंतर का था, जिस पर थाना भुंतर में प्राथमिकी दर्ज की गई। एसपी साक्षी वर्मा के दिशा निर्देशों से मामले की जांच के लिए साइबर सेल और पुलिस थाना भुंतर की एक संयुक्त विशेष अन्वेषण टीम (SIT) का गठन किया गया।
टीम में एसआई महेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, आरक्षी अमर सिंह, मानक मुख्य आरक्षी खेम चंद, मानक मुख्य आरक्षी रोहित तथा आरक्षी मीने राम सदस्य थे।
मामले में तकनीकी जांच एसआई महेन्द्र कुमार और आरक्षी अमर सिंह द्वारा किया गया। तकनीकी अन्वेषण से पाया गया कि अभियोग में संलिप्त साइबर अपराधी पश्चिम बंगाल में हैं।
विशेष अन्वेषण टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई। पश्चिम बंगाल में जाकर टीम ने जांच शुरू की और अथक प्रयासों से टीम को सफलता प्राप्त हुई। टीम ने तीन मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपीयों से आरोपीयों को कुल्लू लाकर गहन पूछताछ की जा रही है। मामले की पुष्टि एसपी साक्षी वर्मा ने की है।
शिमला।हिमाचल में साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामले में हिमाचल के पूर्व डीजीपी आईडी भंडारी भी ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए हैं। ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी से खरीददारी के दौरान उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। ठगों ने पूर्व डीजीपी को हजारों रुपयों का चूना लगा दिया।
अमेजन से उत्पाद खरीदने के लिए गूगल से नंबर सर्च करने पर साइबर अपराधी ने झांसा देकर ऐप डाउनलोड करा, उनके बैंक खाते से दो बार में करीब 80 हजार रुपये उड़ा दिए। उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत साइबर सेल में की। साइबर सेल की रिपोर्ट पर छोटा शिमला थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मामले के अनुसार आईडी भंडारी ने अमेजन से उत्पाद खरीदने के लिए गूगल पर अमेजन कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया था। इस दौरान साइबर अपराधियों द्वारा डाले गया फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर उन्होंने संपर्क किया। साइबर अपराधियों ने झांसा देकर शिकायतकर्ता से एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा। अपराधियों ने इतने पेशेवर व शातिराना तरीके से ठगी को अंजाम दिया कि शिकायतकर्ता ने उनकी बातों में आकर ऐप डाउनलोड कर ली।
हिमाचल के पूर्व डीजीपी आईडी भंडारी ने जैसे ही ऐप डाउनलोड कर खोली, तो उनके खाते से दो बार में क्रमशः 49,900 और 30,000 हजार रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने फोन करने वाले व्यक्ति को कॉल बैक किया तो उसका मोबाइल बंद हो चुका था। एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि इस मामले में साइबर सेल की रिपोर्ट पर छोटा शिमला थाने में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।