प्रयागराज में नॉर्दर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल ने दिया सम्मान
ज्वालामुखी। कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी उपमंडल निवासी मेजर भावुक शर्मा को कश्मीर घाटी में जान पर खेलकर आतंकवादी को मार गिराने के लिए सेना पदक से सम्मानित किया गया है।
हिमाचल : इस दिन रहें अलर्ट-आंधी, बिजली गिरने, गस्टी हवाएं चलने के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नॉर्दर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल ने उन्हें यह सम्मान दिया है। ज्वालामुखी के वार्ड नंबर 7 निवासी संजय शर्मा के पुत्र भावुक शर्मा 21 साल की उम्र में भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल में भर्ती हुए थे।
2023 में उनकी ड्यूटी कश्मीर घाटी के बारामूला में थी। इस दौरान उन्हें एक गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली।
Breaking : हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने इन पदों के स्क्रीनिंग टेस्ट का शेड्यूल किया जारी
भावुक शर्मा ने अपनी टीम के साथ इलाके की घेराबंदी की और काफी समय तक चली मुठभेड़ में भावुक ने एक आतंकी को मार गिराया। मेजर भावुक के पिता संजीव शर्मा सेवानिवृत्त एसीएफ हैं और माता आशा शर्मा गृहिणी हैं।
हिमाचल में बिगड़ रहा है मौसम का मिजाज : इस दिन बारिश-बर्फबारी की संभावना
माता-पिता के अलावा परिवार में पत्नी राविया शर्मा और बेटी काशवी शर्मा है। मेजर भावुक शर्मा ने दसवीं तक की शिक्षा ज्वालामुखी के सरस्वती बाल भारती स्कूल में की है। इसके बाद डीएवी स्कूल चंडीगढ़ से उन्होंने 12वीं पास की।
21 साल की उम्र में भावुक लेफ्टिनेंट के रूप में सेना में भर्ती हुए थे। 2023 से उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में है। भावुक को सेना पदक मिलने से उनके परिवार सहित ज्वालामुखी के लोग बेहद खुश हैं और गौरान्वित महसूस कर रहे हैं।
कंगना का विक्रमादित्य पर पलटवार : बोलीं-गोमांस खाया तो जनता के सामने रखो मेरा वीडियो