पुलिस थाना बालूगंज की टीम ने कोर्ट में किया पेश
शिमला। हिमाचल में एक आईएएस (IAS) के खिलाफ वायरल पत्र मामले में गिरफ्तार आरोपी मनोज शर्मा को जमानत मिल गई है। पुलिस थाना बालूगंज की टीम ने आरोपी को जिला अदालत चक्कर में पेश किया। दो दिन पुलिस हिरासत में रहने के बाद आरोपी को जमानत मिल गई।
हिमाचल में 6 HAS अधिकारी ट्रांसफर, SDM जवाली बदले-जानें पूरी डिटेल
बता दें कि हिमाचल में कार्यरत एक आईएएस (IAS) अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोपों का पत्र बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पत्र वायरल होने के बाद अधिकारी ने शिमला के बालूगंज थाने में मामले की शिकायत की थी।
हिमाचल हाईकोर्ट में सीपीएस मामले की अगली सुनवाई अब 18 सितंबर को
अधिकारी ने आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए छवि को बदनाम करने का आरोप लगाया था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। शिमला पुलिस ने जांच के बाद तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है और आगामी छानबीन में जुट गई है।
हिमाचल : तीन ट्रैफिक कम टूरिस्ट पुलिस स्टेशन में भरे जाएंगे 48 पद, प्रक्रिया शुरू
एसपी शिमला संजीव गांधी ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि बीते दिनों सोशल मीडिया में एक आईएएस (IAS) अधिकारी के खिलाफ संगीन आरोपों का पत्र वायरल हुआ था, जिसमें अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने मामले की छानबीन की। जांच में पाया कि जिस व्यक्ति का पत्र में नाम और पदनाम लिखा है, वह झूठा है, उस नाम का कोई व्यक्ति एचपीपीसीएल में कार्य ही नहीं करता है। पुलिस ने मामले की जांच को आगे बढ़ाया।
हिमाचल में 15 सितंबर तक बहाल होंगी बंद पड़ी सभी सड़कें, टारगेट फिक्स
मामले को लेकर पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जिन्होंने पत्र को वायरल किया है, जिसमें दो लोग चंबा जिला के हैं। मामले को लेकर फिलहाल जांच चल रही है और पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
विक्रमादित्य बोले- हिमाचल में टूरिज्म और शराब की आय हुई खत्म, GDP को 10 हजार करोड़ की चपत
उन्होंने कहा कि जब मामला दर्ज किया तो सबसे पहले पता लगाना जरूरी था कि इस प्रकार का भ्रामक प्रचार सोशल मीडिया पर किसने किया। हर तरह की जांच की तो पत्र सोशल मीडिया में वायरल करने वाले मुख्य व्यक्ति का पता चल गया। पत्र मनोज शर्मा निवासी भरमौर जिला चंबा ने वायरल किया है।
हिमाचल में 15 सितंबर तक बहाल होंगी बंद पड़ी सभी सड़कें, टारगेट फिक्स