शिमला। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और शिमला जिला में कुदरत का कहर जारी है। कुल्लू और शिमला जिला से लगातार बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
शिमला जिला के रामपुर उपमंडल की सरपारा पंचायत के कंधार गांव में देर रात बादल फटने से सेब के बगीचों और मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। बाढ़ में कई मकान बह गए हैं। कई घरों में पानी घुस गया है जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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जानकारी के अनुसार, कंधार गांव में देर रात दो बार बादल फटा है। बाढ़ के कारण प्राथमिक पाठशाला का भवन, युवक मंडल का भवन और अन्य लोगों के मकान बह गए हैं। इसके अलावा बाढ़ में गाय, भेड़-बकरियां भी बह गईं। वहीं कई सेब के बगीचों में पानी भर गया है।
सबसे पहले करीब 11 बजे बादल फटा तो लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई लेकिन मकानों और बगीचों को काफी नुकसान हुआ है। इसके बाद फिर तीन बजे बादल फटने से आई बाढ़ ने तबाही मचा दी। अभी तक एक स्कूल, दो मकान समेत 17 भेड़ बकरियां व एक गाय के बहने की सूचना है।
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सरपारा पंचायत के प्रधान मोहन कपाटिया ने बताया कि सरपारा पंचायत के कंधार गांव में बादल फटा है जिसके कारण सरपारा का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मौके पर पहुंचकर स्थिति की जायजा लेने के बाद प्रभावितों को तुरंत राहत दी जाए।
इससे पहले, कुल्लू जिला की गड़सा घाटी में मंगलवार को बादल फटा था जिसके कारण पंचा नाले और हुरला नाले में बाढ़ आ गई। इससे तीन मकान बह गए, जबकि दो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। 17 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। तीन पैदल और एक वाहन योग्य पुल भी बह गए हैं। एक गाड़ी भी गड़सा खड्ड में बह गई। कुछ मवेशी लापता हैं।
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