दारचा शिंकुला रोड का है मामला
केलांग। हिमाचल के लाहौल स्पीति में बर्फबारी के चलते फंसे मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। इसमें पुलिस चौकी दारचा के पुलिसकर्मियों और रारिक गांव के छेरिंग जिग्मे का अहम योगदान रहा।
बता दें कि 19 अप्रैल की रात करीब 10 बजे पुलिस पोस्ट दारचा को सूचना मिली कि दारचा शिंकुला रोड पर बीआरओ की लोकेशन 18 किलोमीटर के पास 9 मजदूर फंसे हुए हैं।
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मजदूरों के पास न ही कोई हीटिंग उपकरण उपलब्ध है, जिनकी मदद से वे वहां पर रात काट पाए। जिस इलाके में वे फंसे हैं, वहां पर हिमस्खलन आने की भी संभावना है। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस चौकी दारचा से पुलिस टीम अपने निजी वाहन से मौके के लिए रवाना हुई।
रारिक पहुंचकर उन्होंने पाया कि वाहन का आगे जाना संभव नहीं है, जिस पर उन्होंने रारिक गांव के किसी व्यक्ति की मदद लेने की सोची, जिसकी मदद से वे वहां से आगे जा सकें।
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इस पर छेरिंग जिग्मे नाम के शख्स ने अपना 4 बाई 4 कैंपर पुलिस को मुहैया कराया और खुद पुलिस टीम के साथ रेस्क्यू के लिए आगे बढ़ा। लोकेशन 18 किलोमीटर पर पहुंचने के बाद उक्त पुलिस टीम को पता चला कि मजदूर यहां से 2 किलोमीटर आगे फंसे हुए हैं और वाहन का वहां पहुंचना संभव नहीं है।
ऐसे में पुलिस टीम ने अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए वहां से आगे पैदल चलना ही उचित समझा। कड़ी मशक्कत और जद्दोजहद के बाद पुलिस टीम मजदूरों तक पहुंची तो पाया कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें तुरंत रेस्क्यू कर सकुशल पालोमो लाया गया। पुलिस टीम को इस बचाव कार्य में करीब साढ़े सात घंटे लगे।
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यह बचाव कार्य सुबह 5:30 बजे पूरा किया गया। आपात स्थिति में या कोई संबंधित जानकारी प्राप्त करने व देने हेतु जिला आपदा नियंत्रण कक्ष 94594 61355 या जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष 89880 92298 के फोन नंबर पर सम्पर्क करें। यह जानकारी एसपी लाहौल स्पीति मानव वर्मा ने दी।