चार और पांच सितंबर को होगा आयोजन
राजगढ़। सिरमौर जिला के राजगढ़ उपमंडल के तहत पझौता परगणा के आराध्य देव शिरगुल महाराज की पावन स्थली ठंडी धार में ऐतिहासिक रेलटी (रेई) मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक मेले का आयोजन चार और पांच सितंबर को आयोजित होना सुनिश्चित हुआ है। ये मेला 27 साल बाद मनाया जा रहा है।
इस मेले में परंपरागत ठोडा खेल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे “शाठी दल कुंथल” एवं “पाशी दल जीमू” जम्वाल चार और पांच सितंबर को अपने खेल का प्रदर्शन करके इस ऐतिहासिक मेले की शोभा बढ़ाएंगे।
कुल्लू-मंडी वाया पंडोह सड़क पर दौड़ी गाड़ियां, सब्जी मंडी भेजे 700 वाहन
सुदर्शन सिंह भण्डारी, ठाकुर देशराज सिंह, बबलू भगनाल , जोगिन्दर सिंह, नरेश ठाकुर, आकाश नेगी, अमन नेगी एवं समस्त शिरगुल सेवा समिति ठंडीधार के ने सभी लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पधार कर इस मेले की शोभा में चार चांद लगाने की अपील की है।
सिरमौर जिला के मेलों में ठोडा खेल का बड़ा महत्व है। जब हमारी तकनीक से पहुंच बहुत दूर थी, मनोरंजन के सीमित साधन थे तब मेलों में मनोरंजन का ज़रिया था ठोडा खेल। इस खेल में दो दल होते हैं।
मंडी : मोटर मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर, कारपेंटर व बार्बर के प्रशिक्षण को करें आवेदन
दोनों दल विशेष परिधान पहन कर क्षत्रिय वीरगाथा गाते व ललकारते हुए एक दूसरे पर तीरों से प्रहार करते हैं। यह प्रहार टांगों पर घुटने के नीचे किए जाते हैं, जो दल सबसे अधिक सफल प्रहार करता है उसे विजेता घोषित किया जाता है।
दोनों टीमें तीर कमान, डांगरे (फरसे) व लाठियों से सुसज्जित होती हैं। फरसे लहराते हुए जब ये दल पारंपरिक नृत्य करते हैं। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ बजने वाले गीत और एक दूसरे को ललकारने वाले बोल सबका मन मोह लेते हैं।
हिमाचल में बढ़ रहे स्क्रब टाइफस के मामले : अब तक तीन की गई जान, 130 लोग पॉजिटिव
नियमानुसार केवल विशेष पोशाक अथवा सुथण पहनने वाले धनुर्धर की टांगों पर ही सूर्यास्त से पहले तक दूसरा योद्धा वार कर सकता है। इसे मूल रूप से क्षत्रियों का ही खेल माना जाता है। इन मेलों में प्राचीन काल से इस परंपरा से जुड़े परिवार ही भाग लेते हैं।
पुरानी परंपरा के मुताबिक हर देवठी यानी देवी के फॉलोअर्स का अपना एक खूंद होता है। ये खूंद क्षत्रिय परिवारों के ही होते हैं और युवा ठोडा खेल अपने पूर्वजों से सीखते आ रहे हैं। हर खूंद देवी दुर्गा और कुछ कुल देवताओं के उपासक माने जाते हैं।
कांगड़ा : जलाड़ी में जल शक्ति विभाग के जेई के बनेर खड्ड में बह जाने के मामले में बड़ी अपडेट
हिमाचल में बढ़ रहे स्क्रब टाइफस के मामले : अब तक तीन की गई जान, 130 लोग पॉजिटिव
HRTC बस में सामान ले जाने के विरोध में कंडक्टर यूनियन, उठाई ये मांग
शिमला-कालका एनएच 5 पर सनवारा में 20 दिन से बंद टोल प्लाजा फिर शुरू
हिमाचल : 143 स्कूलों को बंद करने के आदेश, 20 सीनियर सेकेंडरी स्कूल दोबारा खोले
हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तिथि तय, आवेदन शुरू
HRTC बस में दो लैपटॉप का नहीं लगेगा किराया, अतिरिक्त पर चौथा हिस्सा करना होगा अदा