शिमला पुलिस ने लिया निर्णय, एसपी ने दी जानकारी
शिमला। पिछले दो दिन में शिमला जिला में दो युवक नदी के तेज बहाव में बहकर काल का ग्रास बने हैं। यदि नदी किनारे प्रशासन द्वारा चेतावनी चिन्ह लगाए गए होते या फिर लोगों को नदी में जाने से रोकने के लिए प्रशासन द्वारा जवानों की नियुक्ति की गई होती तो शायद ये हादसे टाले जा सकते थे। देर से ही सही लेकिन अब शिमला पुलिस ने इन हादसों से सबक लेते हुए जिला के अंतर्गत आने वाली नदियों के किनारे दुर्घटना संभावित स्थानों पर रेस्क्यू रेंजर्स को तैनात करने का निर्णय लिया है।
हिमाचल में इन आउटसोर्स कर्मियों का बढ़ेगा मानदेय , 10 से 20 हजार होगा
एसपी शिमला संजीव गांधी का कहना है कि गत दो दिन में पेश आए अलग-अलग हादसों में दो युवाओं में नदी में डूबने से जान गंवाई है। बरसातों में नदियों का बहाव तेज होता है और जलस्तर भी अधिक होता है, ऐसे में युवा पानी में अठखेलियां करने के लिए आकर्षित हो जाते हैं, जिसके चलते पहले भी कईं बड़े हादसे हो चुके हैं। इनमें लोग खासकर युवा अपनी जान गंवा चुके हैं।
शिमला में दो दिन में नदी में डूबे दो युवक, रेस्क्यू रेंजर्स की तैनाती का फैसला
इन हादसों को रोकने के लिए शिमला पुलिस जिला के अंतर्गत आने वाले ब्लैक स्पॉट्स पर रेस्क्यू रेंजर्स की तैनाती करेगी, जो आम लोगों खासकर युवाओं को नदी किनारे जाने से रोकेंगे। इसके अलावा इन जगहों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएंगे, ताकि पर्यटकों और आम लोगों के जीवन को बचाया जा सके।
हरिपुर युवक मौत मामला- पत्नी, सास, ससुर और साले के खिलाफ मामला दर्ज