सेवानिवृत्ति को आम तौर पर थकान की भावना के साथ जीवन में निष्क्रिय यात्रा के रूप में देखा जाता है। दरअसल, सेवानिवृत्ति पर किसी भी व्यवसाय के सक्रिय सदस्य की लंबी यात्रा रुक जाती है। आर्थिक रूप से भी, जीवन का यह चरण विशेष रूप से उन लोगों के लिए कठिनाइयाँ लाता है जिनके पास पेंशन के संदर्भ में सामाजिक सुरक्षा का पैकेज नहीं है या पैकेज बहुत खराब या अल्प है जैसा कि हम निजी क्षेत्र में देखते हैं।
हिमाचल के हिस्से पर जम्मू-कश्मीर का कब्जा, बना ली है सड़क और शेड
वास्तव में, कोई भी चीज़ हमेशा उतनी ताज़ा नहीं रहती जितनी पिछले वर्षों को देखते हुए हमारी चेतना अपेक्षा करती है, चाहे वह स्वास्थ्य हो या धन। इस बात को स्वीकार करने से इनकार नहीं किया जा सकता कि हमारे पास कुछ ऐसे सेवानिवृत्त लोग हैं जो वर्तमान में भी उतने ही तरोताजा हैं जितने कि पूर्व-सेवानिवृत्त अवधि में थे।
कांगड़ा : सात दिन के अंदर पुलिस थाने में जमा करवाएं किरायेदार का ब्यौरा
मैं यह स्पष्ट कर दूं कि यह एथलीट गणित के सम्मानित प्रोफेसर हैं, जो बीबीएन कॉलेज चकमोह, तहसील बड़सर, जिला हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश से सेवानिवृत्त हुए हैं, जहां वह लंबे समय तक निर्विवाद रूप से कुशल और अनुशासित आधिकारिक प्राचार्य के रूप में रहे। वह मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के चिंतपूर्णी के निवासी हैं। मैं उन्हें और उनके परिवार और दोस्तों को हार्दिक बधाई देता हूं।
सेवानिवृत्त लेकिन अनथक
प्रो. (समाजशास्त्र) डॉ. आर.एल.शर्मा
बिलासपुर हिमाचल प्रदेश
हिमाचल : जीएनएम, एएनएम व बीएससी नर्सिंग के लिए रोजगार का मौका-होंगे साक्षात्कार
मैक्लोडगंज : भागसूनाग वाटरफॉल के पास नहाने उतरा पंजाब का युवक, तेज बहाव में बहा
हमीरपुर में हादसा : गैस सिलेंडर से लदा टेंपो पलटा, जोरदार धमाके के साथ लगी आग
चंबा : सिक्योरिटी गार्ड के 100 पदों पर भर्ती, 20 सितंबर से कैंपस इंटरव्यू
हिमाचल के लोगों को बड़ी राहत : अब घर बैठे कर सकेंगे बिजली बिलों का भुगतान
एमएम डीम्ड यूनिवर्सिटी मुलाना में नर्सिंग कर रही किन्नौर की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम
बिना बिल पौने 2 करोड़ रुपए के आभूषण ले जा रहा था व्यापारी, 10.32 लाख का जुर्माना