देवभूमि का एक्यूआई लेवल संतोषजनक
शिमला। देश की राजधानी दिल्ली सहित अन्य राज्यों में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, वहीं उत्तर भारत के राज्य हिमाचल प्रदेश से राहत भरी खबर है। यहां पर प्रदूषण का स्तर काफी कम है और एक्यूआई लेवल संतोषजनक है।
जहां दिल्ली में हवा दमघोंटू हो रही है, वहीं मनाली, शिमला और धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों में हवा काफी साफ है। पहाड़ों की रानी और टूरिस्ट की पहली पसंद शिमला की हवा साफ है। इसी तरह कांगड़ा के धर्मशाला, मंडी के सुंदरनगर और सोलन के परवाणू में वायु प्रदूषण का स्तर बेहतर है।
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हिमाचल पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुरेश अत्री ने बताया कि हाल ही में आए डाटा से पता चलता है कि हिमाचल की अच्छी वायु गुणवत्ता और सुहावना मौसम पड़ोसी राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि इन दिनों भारत के कई राज्य और हिस्से सबसे खराब वायु गुणवत्ता से जूझ रहे हैं। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में एक सराहनीय AQI दर्ज किया जा रहा है।
राज्य में मनाली में सबसे स्वच्छ हवा है। इसके बाद कुल्लू, धर्मशाला और शिमला की हवा स्वच्छ है। उन्होंने बताया कि मनाली AQI 6, कुल्लू में 7, धर्मशाला में 15 और शिमला में 28 एक्यूआई दर्ज किया गया है। 50 से कम एयर क्वालिटी इंडेक्स को अच्छा माना जाता है। बद्दी के एयर क्वालिटी इंडेक्स 163 रिकॉर्ड किया गया है। यहां पर एमपी-10, 195 और एसओटू भी 1.68 चल दर्ज किया गया है।
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सिरमौर का कालाअंब खराब एक्यूआई मामले में दूसरे स्थान पर है और यहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 149 है। यहां पर एसओटू की मात्रा 6.8 है, जोकि अधिक है। ऊना में 58, कांगड़ा के डमटाल में 61, सिरमौर के पांवटा साहिब में 74, सोलन के बरोटीवाला में 62 और नालागढ़ में 54 एक्यूआई लेवल रिकॉर्ड हुआ है। यह सभी शहर वायु प्रदूषण के स्तर की संतोषजनक श्रेणी में आए हैं। इसके अलावा, 51 से 100 AQI संतोषजनक और 101 से 200 AQI मॉर्डरेट और 201 से 300 AQI खराब श्रेणी में आता है।