रेखा चंदेल/झंडूता। नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि आगामी 2 व 3 अक्तूबर को घुमारवीं का सीर उत्सव आयोजित किया जाएगा।
इस दौरान थीम आधारित विभिन्न गतिविधियां उत्सव का मुख्य आकर्षण रहेंगी। राजेश धर्माणी आज खंड विकास अधिकारी कार्यालय परिसर घुमारवीं में सीर उत्सव आयोजन को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
राजेश धर्माणी ने कहा कि सीर उत्सव के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य लोक कला, संस्कृति एवं पर्यावरण का संरक्षण व संवर्धन करना है। उन्होंने कहा कि सीर शब्द के अनेक शाब्दिक अर्थ हैं, जिसमें आध्यात्मिकता के साथ-साथ निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया भी समाहित है। इस उत्सव के माध्यम से न केवल प्रकृति का संरक्षण करना है, बल्कि लोगों को जोड़ते हुए जीवन में प्रकृति के महत्व के प्रति जागरूकता का संदेश भी देना है।
उन्होंने कहा कि 'नेचर नर्चर' सीर उत्सव के आयोजन का प्रमुख थीम रहेगा, जिसके अंतर्गत प्रकृति के संरक्षण को केन्द्रित करते हुए विभिन्न खेलकूद, सांस्कृतिक तथा अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह उत्सव अन्य मेलों से भिन्न होना चाहिए, जिसमें न केवल लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक किया जाए, बल्कि पुरातन कला, संस्कृति से नई पीढ़ी को जोड़ने का भी प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने उत्सव में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों, महिलाओं के साथ-साथ वृद्धजनों को भी जोड़ने पर बल दिया।
राजेश धर्माणी ने कहा कि जिला बिलासपुर में अधिकतर मेले व उत्सव वसंत ऋतु या ग्रीष्म मौसम के आगमन पर आयोजित होते हैं, लेकिन सीर उत्सव का आयोजन इनसे हटकर वर्षा ऋतु की कठोर जलवायु परिस्थितियों के उपरांत समाज में गतिशीलता लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बरसात के कठोर मौसम के उपरांत स्थिति को सामान्य बनाने के लिए इस तरह के आयोजन करना जरूरी हो जाता है।
उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान युवाओं व बच्चों को नशे से दूर रखने का संदेश देते हुए वॉलीबॉल, बास्केटबॉल तथा कबड्डी की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं तो वहीं बच्चों, बुजुर्गों व महिलाओं के लिए भी थीम आधारित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त सामाज में मानवता के प्रति बेहतरीन कार्य करने वालों को सम्मानित करने पर भी बल दिया ताकि ऐसे लोग दूसरों के लिए प्रेरणा का कार्य कर सकें।
उन्होंने उत्सव के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा सरकार की योजनाओं को प्रदर्शित करते हुए प्रदर्शनी भी लगाने के साथ-साथ प्राकृतिक तौर पर तैयार उत्पादों को प्रमुखता से प्रदर्शित करने पर भी बल दिया। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को हेल्थ चेकअप शिविर लगाने तथा आयुष विभाग के माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने बारे जागरूक करने पर भी जोर दिया।
इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों को अवसर प्रदान करते हुए इसके बेहतर आयोजन करने को भी कहा। साथ ही उत्सव के दौरान लोगों को आपदा राहत कोष में अंशदान को प्रेरित करने के लिए आपदा राहत कोष क्यू आर कोड को भी प्रमुखता से प्रदर्शित करने को भी कहा। उन्होंने उत्सव के सफल आयोजन के लिए विभिन्न उप-समितियां गठित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने सभी सरकारी व गैर सदस्यों से सीर उत्सव के सफल आयोजन एवं इसके लक्ष्यों व उद्देश्यों की पूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए अपना संपूर्ण सहयोग प्रदान करने का भी आह्वान किया।
इससे पहले बैठक का संचालन करते हुए एसडीएम गौरव चौधरी ने उत्सव के आयोजन संबंधी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। इस दौरान उत्सव को बेहतर बनाने एवं आम जनमानस को जोड़ते हुए सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों ने कई अहम सुझाव भी दिए।
इस बैठक में एपीएमसी के अध्यक्ष सतपाल, नगर परिषद की अध्यक्ष रीता सहगल, उपाध्यक्ष श्याम शर्मा सहित कई सरकारी व गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।