रेखा चंदेल/झंडूता। बिलासपुर जिला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पनोह में सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरीरिससिटेशन) एवं आपदा के समय प्राथमिक उपचार विषय पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों को आपात स्थिति में सही समय पर सहायता प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित करना था।
कार्यक्रम में गृह रक्षा विभाग के विशेषज्ञों कंपनी कमांडर मदन लाल व धर्म पाल ने छात्रों को बताया कि सीपीआर एक ऐसी तकनीक है, जिससे किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन बंद होने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। विशेषज्ञों ने सीपीआर करने के सही तरीके 30 बार सीने पर दबाव और 2 बार कृत्रिम सांस देने का प्रदर्शन किया।
इसके साथ ही आपदा (जैसे भूकंप, आग, सड़क दुर्घटना आदि) की स्थिति में प्राथमिक उपचार (First Aid)के महत्व पर भी चर्चा की गई। प्रतिभागियों को पट्टी बांधने, रक्तस्राव रोकने, जलने या हड्डी टूटने पर तत्काल की जाने वाली सहायता के बारे में जानकारी दी गई।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल जीवन रक्षक ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और तत्परता की भावना भी जगाते हैं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।