राकेश चंदेल/बिलासपुर। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ खंड घुमारवीं द्वितीय की खंड कार्यकारिणी की बैठक रविवार को खंड अध्यक्ष नरेश राणा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में सचिव (शिक्षा) हिमाचल प्रदेश द्वारा 23 सितंबर, 2025 को जारी नई कॉम्प्लेक्स प्रणाली संबंधी अधिसूचना का कड़ा विरोध करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में कहा गया कि इससे पूर्व 29 नवंबर, 2023 को क्लस्टर सिस्टम पर अधिसूचना जारी हुई थी। उस समय प्राथमिक शिक्षक संघ व शिक्षा सचिव के बीच कई दौर की वार्ता के बाद सहमति बनी थी कि नर्सरी से पांचवीं तक के स्कूल मौजूदा क्लस्टर व्यवस्था के तहत ही चलते रहेंगे, जबकि कक्षा 6 से 12वीं तक के परिसर अलग से प्रशासनिक नियंत्रण व संचालन की दृष्टि से कार्य करेंगे।
संसाधनों की साझेदारी ही क्लस्टर सिस्टम का उद्देश्य रहेगा। इसके बाद 13 फरवरी 2024 को अंतिम संशोधित अधिसूचना भी जारी की गई थी। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि इसके बावजूद शिक्षा विभाग ने एकतरफा निर्णय लेते हुए स्कूली शिक्षा निदेशालय बनाया और प्राथमिक शिक्षा के ढांचे में बदलाव का प्रयास किया।
इसके विरोध में संघ ने 43 दिन तक शिक्षा निदेशालय के बाहर क्रमिक अनशन किया, जिसके बाद 7 जून 2025 को शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिक्षकों को आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करवाया। लेकिन आज दिन तक शिक्षकों की मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
अब 23 सितंबर की नई अधिसूचना से प्राथमिक स्कूलों का संपूर्ण प्रशासनिक नियंत्रण प्रिंसिपलों के अधीन कर दिया गया है, जिसे प्राथमिक शिक्षक संघ ने वादा खिलाफी करार देते हुए पूर्ण रूप से अस्वीकार किया।
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि यह अधिसूचना वापस नहीं ली गई तो 5 अक्टूबर, 2025 (अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस) को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक उपमंडल कार्यालय घुमारवीं के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में जिला प्रधान रमेश शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान बाबूलाल, खंड घुमारवीं द्वितीय के प्रधान नरेश राणा, महासचिव रफी मोहम्मद, वरिष्ठ उपप्रधान केशव बंसल, सह सचिव नंदपाल, जगतपाल व आशा लाल सहित लगभग 70 शिक्षक उपस्थित रहे।