तपोवन (धर्मशाला)। शिक्षा व्यवस्था में अव्यवस्था, बेरोजगारी और छात्र हितों की अनदेखी के आरोपों को लेकर एबीवीपी (ABVP) ने धर्मशाला में प्रदर्शन किया। जोरावर स्टेडियम से चलकर विधानसभा के घेराव की कोशिश की गई। इससे पुलिस और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के बीच करीब तीन घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही। धक्का-मुक्की के बाद हालात बिगड़ने पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। वहीं, दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर हमला करने के भी आरोप लग रहे हैं।
बता दें कि हाल ही में दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कार्यक्रम दौरान ABVP कार्यकर्ताओं को पुलिस ने नजरबंद करने के विरोध और अपनी लंबित मांगों को लेकर परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम पहुंचे। जोरावर स्टेडियम में जमकर नारेबाजी की। वहीं, विधानसभा के घेराव पर अड़ गए।
एबीवीपी के प्रदर्शन के चलते अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। एबीवीपी कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस के साथ झड़प हो गई। पुलिस के हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कुछ पुलिस कर्मियों सहित एबीवीपी के छात्र-छात्राओं को भी चोटें आई हैं।
ABVP का कहना है कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था लगातार चरमराती जा रही है। विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपतियों की नियुक्ति नहीं, मूल्यांकन में देरी, रिसर्च सुविधाओं का अभाव, रोजगार नीतियों में अस्पष्टता और कैंपस राजनीति ने युवाओं को निराश किया है। सरकार छात्रों की समस्याओं पर गंभीर नहीं है और शिक्षा तथा युवा मुद्दों पर “खोखले आश्वासन” देकर युवाओं को भ्रमित कर रही है। ABVP ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार शिक्षा और रोजगार से जुड़े मुद्दों पर तुरंत निर्णय नहीं लेती, तो कांगड़ा सहित पूरे प्रदेश में आंदोलन बड़े स्तर पर होगा।
वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के तीन साल अव्यवस्था, अराजकता और जनविरोधी फैसलों से भरे रहे हैं। छात्रों और ABVP कार्यकर्ताओं पर जो लाठीचार्ज हुआ, वह लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला है और इसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता।