ऋषि महाजन/नूरपुर। नूरपुर क्षेत्र में निजी वाहन चालकों और देव भूमि टैक्सी यूनियन के बीच विवाद दिनों-दिन गहराता जा रहा है। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि अब दोनों पक्ष आमने-सामने आकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे हैं।
निजी वाहन चालकों का कहना है कि टैक्सी यूनियन के कुछ सदस्य उनके वाहनों को बीच रास्ते में रोककर जांच-पड़ताल कर रहे हैं। उनका सवाल है कि आखिर यूनियन को ऐसा करने का अधिकार किसने दिया है। चालकों का आरोप है कि यूनियन के दबाव में वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और यह सीधे-सीधे उनकी आजीविका पर हमला है।
वहीं, दूसरी ओर देव भूमि टैक्सी यूनियन का तर्क है कि निजी वाहन चालक नियमों को दरकिनार कर मनमर्जी से सवारियां ढो रहे हैं। यूनियन के जिला प्रभारी सुरेश कपूर ने कहा कि टैक्सी चालकों को भारी-भरकम टैक्स अदा करना पड़ता है, गाड़ियों की किस्तें चुकानी पड़ती हैं और फिटनेस व बीमा जैसे कई खर्च उठाने पड़ते हैं। लेकिन निजी वाहन चालक बिना टैक्स दिए धड़ल्ले से सवारियां उठाकर टैक्सी कारोबार को संकट में डाल रहे हैं।
सुरेश कपूर ने जानकारी दी कि निजी वाहन चालकों द्वारा धमकाने की शिकायत पुलिस थाना नूरपुर में दर्ज करवाई गई है। यूनियन ने प्रशासन से मांग की है कि बिना टैक्स चुकाए सवारी ढोने वाले निजी वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई हो और उन पर भारी चालान किया जाए।
इस विवाद का असर सीधे आम जनता पर भी पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि सड़क पर आए दिन दोनों पक्षों में तनातनी देखने को मिल रही है, जिससे यात्री असमंजस में रहते हैं कि किस वाहन का चुनाव करें।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द स्थिति को स्पष्ट किया जाए, ताकि आम लोगों को सुरक्षित और नियमों के तहत यातायात सुविधा मिल सके। थाना प्रभारी सुरिन्द्र धीमान ने बताया कि सुरेश कपूर के द्वारा मामला दर्ज करवाया गया है मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।