कांगड़ा। जिला कांगड़ा स्थित तारा माता मंदिर घुरकड़ी में मां दुर्गा की भव्य पूजा का कार्यक्रम 22 सितंबर से चल रहा है। इस दौरान दुर्गा भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
बुधवार को महानवमी पर भी रोज की तरह पूजन, पुष्पांजलि और हवन का आयोजन किया गया। गुरुवार को विजयादशमी के पावन अवसर पर मूर्त विसर्जन किया जाएगा। इस दौरान भंडारे आदि का भी आयोजन किया जाएगा, वहीं 6 अक्तूबर को महा अभिषेक का आयोजन किया जाएगा।
विजयादशमी पर मां दुर्गा की भव्य झांकी तारा देवी मंदिर घुरकड़ी से कांगड़ा बाजार होती हुई विसर्जन को निकाली जाएगी। माता की झांकी के साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, पुरुष, युवा, बच्चे और बुजुर्ग नाचते-गाते सिंदूर उड़ाते हुए पैदल यात्रा करेंगे।
बता दें कि घुरकड़ी स्थित तारा माता मंदिर में हर साल नवरात्र का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है और विजयादशमी पर मां की भव्य झांकी के साथ मां की मूर्ति का बनेर खड्ड में विसर्जन किया जाता है। माता की झांकी घुरकड़ी से कांगड़ा बस स्टैंड, कॉलेज रोड, नेहरू चौक, तहसील चौक, गुप्त गंगा सड़क से होते हुए निकलती है।
इस मंदिर में साल 1967 से दुर्गा पूजा हो रही है। कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल के रहने वाले 11 वर्ष की आयु में बाबा लाल अपना घर बार छोड़कर तारा देवी मंदिर कोलकाता में वशिष्ठ देव की साधना करने के लिए निकल पड़े थे।
इस दौरान उन्होंने कांगड़ा उपमंडल के घुरकड़ी तारा माता मंदिर में 1967 में मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की तब से इस मंदिर में दुर्गा पूजा का आयोजन हर वर्ष होता है। यहां पर मां दुर्गा की करीब सात फुट विशाल मूर्ति तैयार की जाती है जिसका विसर्जन विजयादशमी या दशहरे के पावन अवसर पर किया जाता है।