राकेश चंदेल/बिलासपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अपील के बाद स्वारघाट के डॉक्टर अनिल ठाकुर ने बिजली सब्सिडी छोड़ने की घोषणा की है।
इससे पहले प्रेस से मुखातिब होकर स्वारघाट के डॉक्टर अनिल ठाकुर ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि प्रदेश के नौकरीपेशा और साधन संपन्न लोगों को भी खुद आगे आकर बिजली सब्सिडी छोड़ने की पहल करनी चाहिए।
डॉक्टर अनिल ठाकुर ने कहा है कि साधन संपन्न लोगों और कर्मचारियों को भी हिमाचल सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बिजली सब्सिडी छोड़ने में सहयोग करना चाहिए, ताकि हिमाचल प्रदेश राज्य एक आत्मनिर्भर राज्य बन सके और सदैव आगे बढ़ता रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अपील के बाद डॉक्टर अनिल ठाकुर ने भी अपनी मर्जी से बिजली पर हर महीने मिल रही सब्सिडी को छोड़ने के लिए फार्म भरकर विद्युत बोर्ड सब डिवीजन कार्यालय स्वारघाट के पास जमा करवा दिया है।
डॉक्टर अनिल ठाकुर गांव भुवाई डाकघर स्वाहण तहसील श्री नैना देवी जिला बिलासपुर से संबंध रखते हैं। स्वारघाट बाजार में किराए पर कमरा लेकर कुछ साल पहले से साईं राम क्लिनिक के नाम से सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
इससे पहले भी डॉक्टर अनिल ठाकुर ने अक्सर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाकर समाजसेवा में बेमिसाल कार्य करते रहे हैं। अब बिजली सब्सिडी छोड़ने के फैसले के बाद उन्होंने फिर से समाजसेवा की एक और मिसाल कायम कर दी है।
मुख्यमंत्री सुक्खू की अपील के बाद साधन संपन्न लोग स्वेच्छा से रोजाना बिजली पर हर माह मिलने वाली सब्सिडी को छोड़ रहे हैं। बता दें कि प्रदेश में साढ़े तेईस लाख के करीब घरेलू विद्युत उपभोक्ता हैं, जिनको हर साल सब्सिडी देने पर 1200 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
इसमें 800 करोड़ रुपये का बोझ केवल 125 यूनिट फ्री बिजली देने से हिमाचल सरकार के ऊपर पड़ रहा है। हर माह बिजली पर मिल रही सब्सिडी छोड़ने के बाद हिमाचल को आत्मनिर्भर बनने में सार्थक पहल होगी।