ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के एसडीएम ऑफिस नूरपुर के पास ऐतिहासिक तालाब इन दिनों बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
तालाब में बड़ी संख्या में मछलियों की मौत के बाद अब वहां से तेज बदबू उठने लगी है, जिससे आसपास के लोगों और राहगीरों का गुजरना भी मुश्किल हो गया है।
स्थानीय निवासियों ने इस समस्या की शिकायत कई बार संबंधित अधिकारियों से की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
आश्चर्य की बात यह है कि यह तालाब नगर परिषद कार्यालय और उपमंडल अधिकारी के कार्यालय व आवास के ठीक नजदीक स्थित है, बावजूद इसके समस्या पर किसी की नजर नहीं पड़ रही।
स्थानीय निवासी सुनील और अन्य लोगों का कहना है कि उन्होंने इस बारे में नगर परिषद अध्यक्ष को सूचित किया था। अध्यक्ष ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन तो दिया, लेकिन अब तक तालाब की सफाई नहीं करवाई गई।
बदबू और गंदगी के कारण लोग इस क्षेत्र से गुजरने से भी कतराने लगे हैं। स्थिति यह है कि आसपास रहने वाले लोगों को खिड़कियां तक बंद रखनी पड़ रही हैं। स्थानीय लोग प्रशासन की उदासीनता पर नाराजगी जता रहे हैं। एसडीएम नूरपुर अरुण शर्मा ने कहा कि उन्हें इस समस्या की जानकारी नहीं थी और मीडिया के माध्यम से ही पता चला है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही समस्या का समाधान किया जाएगा। वहीं, नगर परिषद अध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है और एक-दो दिन में तालाब की सफाई करवाकर लोगों को बदबू से राहत दिलाई जाएगी।
लोगों की उम्मीद है कि प्रशासन जल्द कदम उठाए, ताकि नूरपुर का यह ऐतिहासिक तालाब अपनी पुरानी सुंदरता और स्वच्छता फिर से प्राप्त कर सके।