ऋषि महाजन/नूरपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नूरपुर में जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाना चाहती है। क्योंकि मैं खुद एक गरीब परिवार से आता हूं और मुझे आम आदमी की जरूरतों का पता है। जब हम व्यवस्था को सुधारने की बात करते हैं तो भाजपा नेता इसका विरोध करते हैं। हम प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना चाहते हैं, क्योंकि प्रदेश का 70 फीसदी पैसा कर्मचारियों की तनख्वाह व पेंशन में चला जाता है, जबकि 30 फीसदी प्रदेश के कर्ज को चुकाने व लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं में खर्च हो जाता है।
उन्होंने कहा कि जब वह सत्ता में आए उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश की आर्थिक स्थिति को समझा व पाया कि प्रदेश पर 75000 करोड़ का कर्ज था, कर्मचारियों और अधिकारियों को छठा वेतन आयोग दिया जा चुका था, लेकिन उनका 10000 करोड़ का एरियर देना शेष था, हम धीरे-धीरे उसका भुगतान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह समय बदलाव का है, व्यवस्था परिवर्तन का है, जिसके लिए हमें महिलाओं के सम्मान और बच्चों के हित में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में बच्चों के हित में कोई कार्य नहीं किया गया, सुधार की बात करो तो विरोध। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने का प्रयास कर रही है। जबकि भाजपा ने 2022 में ऐसे स्कूल खोल दिए, जिनमें एक भी अध्यापक नहीं था। मात्र नोटिफिकेशन ही कर दी गई थी, कहीं कोर्स खोलने के लिए घोषणा कर दी थी, लेकिन हमारी सरकार ने इन सबको बंद कर चार-पांच किलोमीटर के दायरे में एक राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया है, ताकि बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिल सके।
उन्होंने कहा कि आपदा के समय में सरकार पूरी तरह प्रभावित लोगों के साथ खड़ी रही, लेकिन विधानसभा में भाजपा इसके विरोध में खड़ी रही। केंद्र ने कोई राहत पैकेज नहीं दिया। 4500 करोड़ का राहत पैकेज हिमाचल सरकार ने दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने चुनाव से पहले पहले 5 000 करोड़ की रेवड़ियां बांट दीं। शिक्षा चिकित्सा व पानी सभी व्यवस्थाओं को निम्न स्तर पर ला दिया। जो लोग समृद्ध परिवारों से आते हैं उनका भी बिजली पानी मुफ्त कर दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल की संपदा पर सब का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि चिल्ड्रन ऑफ स्टेट के दर्जे के तहत अनाथ बच्चों का 27 साल तक प्रदेश सरकार खर्च उठा रही है। उन्होंने कहा कि नूरपुर में नशे के खिलाफ अभियान के तहत हमने 11 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। उन्होंने कहा कि नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने नूरपुर की जो भी समस्याओं के समक्ष रखी हैं, उनको वह पूरा करेंगे। इससे पूर्व उन्होंने 30 करोड़ 52 लाख की सात विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। उन्होंने नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन की मांग पर नूरपुर में मातृ शिशु अस्पताल, आर्य डिग्री कॉलेज के भवन निर्माण, नूरपुर में डे बोर्डिंग स्कूल व नूरपुर के वार्ड नंबर 9 के क्षतिग्रस्त मकानों और वार्ड 4 में पार्किंग बनाने की भी घोषणा की। इस मौके पर उनके साथ कृषि मंत्री चंद्र कुमार आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, विधायक भवानी पठानिया, विधायक मलेंंदर राजन, उद्योग विभाग के उपाध्यक्ष विशाल चंबियाल भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व विधायक अजय महाजन की तारीफ करते हुए कहा कि उनके जैसा सेवाभाव और ईमानदार नेता जो अपने सीने में विकास और आम जनमानस के हित की सोच रखते हुए नई राहें खोजने में लगा रहता है, यदि वो चुनाव नहीं जीत पाया तो निश्चय ही उसका नुकसान उस क्षेत्र की जनता को उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अजय महाजन मेरे बड़े भाई के समान हैं, राजनीति में ऐसे लोगों का होना बहुत जरूरी है, जो निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा में तत्पर रहें। अगली बार जब वह चुनाव लड़ें तो यह गलती न करें।
उन्होंने कहा कि मैं नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में छात्र राजनीति से जुड़े हुआ हूं। नूरपुर के चहुंमुखी विकास में स्वर्गीय सत महाजन और अजय महाजन का बहुत बड़ा योगदान है। जब सत महाजन प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने तो मुझे बतौर युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनने का मौका मिला। इस दौरान उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला।