रेखा चंदेल/झंडूता। भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय बिलासपुर द्वारा विभाग के बैठक कक्ष में चंद्रधर शर्मा गुलेरी जयंती के उपलक्ष्य पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया।
यह कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल द्वारा की गई। मंच का संचालन इंद्र सिंह चंदेल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में चंद्रधर शर्मा गुलेरी जी के साहित्यिक जीवन पर साहित्यकार रविंदर भट्टा एवं नरैणू राम हितैषी द्वारा पत्रवाचन पढ़े गए और उस पर साहित्यकारों द्वारा चर्चा- परिचर्चा की गई।
इसी कड़ी में साहित्यकार से मिलिये कार्यक्रम में आज के साहित्यकार रविंदर शर्मा का जीवन वृतांत डॉ. रविंदर ठाकुर द्वारा पढ़ा गया तथा उनके साहित्य एवं सामाजिक क्षेत्र में दिए गए सराहनीय योगदान के लिए उन्हें जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल द्वारा टोपी, मफलर व डायरी पैन देकर सम्मानित किया गया।
दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. अनेक राम सांख्यान सावन गीत प्रस्तुत किया, जिसकी पंक्तियां थी 'प्रेम ने ली अंगड़ाई, घटा सावन की है आई, मोर ने पायल है पायल'। बृजलाल लखनपाल ने “प्यारी लगदी छैल बांकी लगदी -बंदले री धार बड़ी प्यारी लगदी" पहाड़ी गीत पेश किया।
प्रीति शर्मा मधु द्वारा “गांव का वो महल खाली सा दिखता है बचपन के बीते हंसी लम्हें उन्हें जिये अरसा-सा लगता है' की प्रस्तुति दी। एनआर हितैषी द्वारा “खिंद खंदोलु मंजा मंजोलु, किल्णु कूदालू हाला रे लुहालू, रावी नदी च टोली ने नी मिल्णे का प्रस्तुति दी।
केशव शर्मा द्वारा “गुलेरी जी तो थे शब्दों और विचारों के अदभूत दूत, मां भारती के थे वे एक सच्चे सेवक और वीर सपूत” और एसआर आज़ाद द्वारा “बहुत देर आईने का सामना वो करने लगे हैं पहले से ज्यादा बनने-संवरने लगे हैं” की पेशकश दी।
इसके अलावा अमर नाथ धीमान, जीत राम सुमन, कर्मवीर कंडेरा, सुशील पुंडीर, प्रकाश चंद शर्मा, लश्करी राम, संदेश शर्मा, अनीश ठाकुर, निर्मला ठाकुर, डॉ. रविंदर ठाकुर, बाबू राम धीमान, अरुण डोगरा, तृप्ता कौर, रचना चंदेल ने भी प्रस्तुति दी। कौशल्या देवी, रविंदर शर्मा, इन्द्र चंदेल के अतिरिक्त विन्ता, अंजना, हेमलता, अनन्या, प्रिया, कल्पना, उर्मिला, सपना चंदेल, अंबिका द्वारा भी अपनी- अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।
अंत में जिला भाषा अधिकारी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए साहित्यकार/ कलाकार से मिलिये कार्यक्रम की शृंखला में साहित्यकार रविंदर शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि उनके साहित्यिक, सामाजिक व जनसेवा में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की और उसके साथ ही उन्होंने विभागीय परियोजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने मंडी हिमाचल प्रदेश आई त्रासदी हेतु अपनी सवेदनाएं प्रकट करें और कार्यक्रम में उपस्थित सभी साहित्यकारों/ उनकी संस्थाओं से आग्रह किया कि वे इस त्रासदी में पीड़ित लोगों की सहायता करने हेतु आगे आएं, ताकि प्रभावित लोगो की किसी न किसी रूप में सहायता कर सकें।