रेखा चंदेल/झंडूता। कुछ नया और अलग करने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती बल्कि लगन और कुछ अलग करने का जज्बा होना जरूरी है। ये कथन सच साबित कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला की वरिष्ठ साहित्यकार एवं सेवानिवृत्त इंजीनियर सुमन चड्ढा ने।
सुमन चड्ढा ने उन्होंने 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में आयोजित प्रतियोगिताओं में शॉटपुट, डिस्कस थ्रो और 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
यह प्रतियोगिता 8 और 9 नवंबर, 2025 को हमीरपुर के एथलेटिक सिंथेटिक ट्रैक, अनु मैदान में आयोजित हुई, जिसका आयोजन मास्टर्स गेम्स एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश द्वारा किया गया था। सुमन चड्ढा की इस उपलब्धि से बिलासपुर जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है।