हरिपुर। देहरा विधानसभा के हरिपुर क्षेत्र में बिजली, पानी, सिंचाई और स्वास्थ्य के हाल की खराब हैं। एक तरफ लोगों को पेयजल समस्या से दो चार होना पड़ रहा है, वहीं पानी की कमी के चलते खेतों में सब्जियां बर्बाद हो गई हैं। दूसरी तरफ बिजली बोर्ड हरिपुर सब डिवीजन भी राम भरोसे ही चल रहा है।
अधिकारियों और कर्मचारियों ने जैसे-तैसे व्यवस्था चलाई हुई है। अगर कोई बड़ी दिक्कत बिजली लाइनों में आ जाए तो फिर लंबा ब्लैक आउट पक्का है। इसका बड़ा उदाहरण हरिपुर में संतोषी माता मंदिर की पहाड़ी पर 13 जून की रात आग लगने से सामने आया है। इसके चलते हरिपुर सब डिवीजन के तहत पड़ते लगभग सभी क्षेत्रों में ब्लैक आउट हो गया।
बंगोली, इंदिरा कॉलोनी और भटोली फकोरियां आदि में तो 13 जून रात करीब 7 बजे से बिजली गुल थी, जोकि सुबह करीब 10 बजे शुरू हो सकी। हरिपुर, भटेहड़ बासा, गुलेर, सकरी, बिलासपुर आदि में भी लोगों को बिजली ने परेशान किया।
हरिपुर में संतोषी माता मंदिर की पहाड़ी पर आग लगने से बिजली बोर्ड की तारें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। वहीं, बौंगता में बिजली की तार टूट गई थी। बिजली बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सुबह ही बिजली ठीक करने को लेकर मोर्चा संभाल लिया और बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किया। कम स्टाफ के चलते यह चुनौती बिजली बोर्ड के लिए किसी बड़ी जंग जीतने से कम नहीं थी।
बता दें कि हरिपुर सब डिवीजन के तहत बिजली बोर्ड में स्टाफ की भारी कमी है। यहां पांच सेक्शन हरिपुर, गुलेर, इंदिरा कॉलोनी, बनखंडी और दरकाटा हैं। पांच सेक्शन में इंदिरा कॉलोनी और बनखंडी में ही फोरमैन हैं। तीन में पद खाली पड़े हुए हैं।
इससे भी हैरानी वाली बात यह है कि पांच सेक्शन में एक लाइनमैन है, जो हरिपुर में तैनात हैं। एक लाइनमैन भी दिव्यांग है। हरिपुर के अलावा बाकी सेक्शन में कोई लाइनमैन नहीं है। इसके अलावा 3-4 असिस्टेंट लाइनमैन आदि हैं।
इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि हरिपुर, गुलेर, इंदिरा कॉलोनी, बनखंडी और दरकाटा पांच सेक्शन में कितनी जनसंख्या होगी। इन क्षेत्र में पड़ने वाली पंचायतों में बिजली का जिम्मा उक्त स्टाफ के कंधों पर है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इस स्टाफ से बिजली बोर्ड को दिन में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक ही काम चलाना मुश्किल हो जा रहा है, तो रात को बिजली जाने पर उसे ठीक करने की व्यवस्था कैसे होगी।
ऐसे में लोगों को तो बिना बिजली के ही रात गुजारने पर मजबूर होना पड़ेगा। इसमें विभाग के आलाधिकारी भी कुछ नहीं कर सकते हैं। लोगों ने सरकार और बिजली बोर्ड प्रबंधन से मांग की है कि हरिपुर सब डिवीजन में स्टाफ की कमी को पूरा किया जाए।
हरिपुर सब डिवीजन के एसडीओ त्रिलोक सिंह मतलोटिया का कहना है कि अब सभी क्षेत्रों बिजली सुचारू कर दी है। हरिपुर में आग लगने से बिजली बोर्ड की तारें जल गई हैं। वहीं, बौंगता में तार टूटी थी। इसके चलते क्षेत्र में बिजली की समस्या आई।
नाइट ड्यूटी को लेकर एसडीओ ने बताया कि दिन में ही स्टाफ पूरा नहीं है, ऐसे में नाइट में किसकी ड्यूटी लगानी। कर्मचारी सुबह 9 से 5 बजे तक काम करते हैं। अब उन कर्मचारियों की ड्यूटी दोबारा रात को तो नहीं लगाई जा सकती है। उन्होंने स्टाफ की कमी की बात मानी है।