नाहन। सिरमौर जिला के काला अंब थाने के हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी बुधवार रात से लापता हैं और अब तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है। गुरुवार को उनके परिजन और ग्रामीण डीसी और एसपी ऑफिस पहुंचे और यहां पर धरना प्रदर्शन किया।
यहां पर एसपी सिरमौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। परिजनों ने एडीएम एलआर वर्मा से मुलाकात की और जिला पुलिस के किसी भी अधिकारी से मामले की जांच न करवाकर उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है।
लापता हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी की पत्नी सुनीता ने जिला पुलिस अधिकारी पर उनके पति को प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। सुनीता कहा कि पुलिस अधिकारी द्वारा उसके पति पर मारपीट के मामले में बेवजह 307 धारा जोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था।
इसके चलते उन्हें प्रताड़ित किया गया। उनके पति का अभी तक कुछ पता नहीं चल रहा है। पूरा परिवार बेहद परेशान है। सुनीता ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू से मामले में हस्तक्षेप कर गुहार लगाते हुए कहा - मेरे पति को ढूंढकर ला दीजिए और मुझे कुछ नहीं चाहिए।
उधर, मौके पर परिजनों सहित ग्रामीणों ने एडीएम सिरमौर के समक्ष पुलिस के साथ-साथ पुलिस अधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े किए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्हें सिरमौर पुलिस सहित किसी भी अधिकारी पर कतई भरोसा नहीं है इसलिए मामले की जांच उच्च स्तर पर की जाए। यदि जसबीर का जल्द पता नहीं चला तो मजबूरन उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा।
मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरमौर योगेश रोलटा ने कहा कि परिजनों व ग्रामीणों की मांग है कि लापता हेड कांस्टेबल के मामले की जांच उच्च स्तर पर कार्रवाई जाए। लिहाजा मामला जांच के लिए सरकार को भेजा जा रहा है।
गौर हो कि हिमाचल के सिरमौर जिला में एक पुलिस कांस्टेबल ने अपने ही महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है। एक वीडियो वायरल कर आलाधिकारियों पर किसी प्रेशर में आकर कानून की धज्जियां उड़ाने के आरोप लगाए हैं।
मामला पंजाब युवकों द्वारा स्थानीय लोगों से मारपीट से जुड़ा है। पुलिस जवान ने कंडीशनली रिजाइन देकर नौकरी तक छोड़ने की बात कह डाली है। उधर, जिला सिरमौर पुलिस ने पुलिस जवान के आरोपों को गैर जिम्मेदाराना और झूठा करार देते हुए इनका खंडन किया है।
सिरमौर के काला अंब पुलिस स्टेशन में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर आरोप लगाए कि एक छोटे से मारपीट मामले को लेकर उन पर दबाव बनाया जा रहा है। मामले में पीड़ित पक्ष किसी भी तरह का सहयोग नहीं कर रहा है। मामला गैर जमानती धाराओं में दर्ज है।
पीड़ित पक्ष धारा 307 लगाने का दबाव बना रहा है, जबकि नियमों के अनुसार मामले में धारा 307 नहीं बनती है और वह ऐसे ही धारा नहीं लगा सकते हैं। वहीं, पीड़ित पक्ष के लोग उन्हें लगातार धमकियां दे रहे हैं। आलाधिकारी भी मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने का दबाव बना रहे हैं।
जब मामला गैर जमानती धाराओं में दर्ज है तो गिरफ्तारी कैसे हो सकती है। पता नहीं आलाधिकारियों पर क्या प्रेशर है जो कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसे मामले पहले भी दर्ज हो चुके हैं। हेड कांस्टेबल जसवीर ने कहा कि वह डिप्रेशन हैं और वह रोए हैं। वह पुलिस की नौकरी छोड़ रहे हैं। कंडीशनल रिजाइन दे रहे हैं।
जिला पुलिस के अनुसार 8 जून, 2024 को काला अंब के एक स्थानीय ट्रैक्टर चालक, उसके पिता व चाचा के साथ पास न देने के कारण पंजाब की एक स्कार्पियो में सवार युवकों ने काफी मारपीट की थी।
जिस घटना के बाद स्थानीय युवक की शिकायत पर काला अंब थाने में पंजाब के युवकों के खिलाफ मामला धारा 341, 323, 147, 148, 149 आईपीसी में दर्ज हुआ है। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था।
मामले की जांच का जिम्मा काला अंब पुलिस स्टेशन में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर को सौंपा है। स्थानीय लोग हेड कांस्टेबल की जांच और व्यवहार से काफी नाखुश थे। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों को सूचित किया था।
जब फाइल को उच्च अधिकारियों द्वारा चेक किया गया तो जांच में काफी अनियमितताएं पाई गईं, जिस पर जसवीर को जांच नियमित और कानून के मुताबिक करने के निर्देश दिए।
लेकिन, बिना किसी कारण से आज हेड कांस्टेबल जसवीर ने एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल की है, जिस में वह उच्च अधिकारियों पर गैर जिम्मेदाराना और झूठे आरोप लगा रहा है तथा पुलिस विभाग की छवि को धूमिल कर रहा है। जिला पुलिस इसका खंडन करती है।