राकेश चंदेल/बिलासपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर का दौरा किया और कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने एम्स के अधिकारियों, डॉक्टरों और मरीजों से संवाद किया और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बी-ब्लॉक स्थित जन औषधि फार्मेसी का निरीक्षण किया और प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) के लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने दवाओं की गुणवत्ता, प्रभावशीलता और उपलब्धता को लेकर फीडबैक लिया। लाभार्थियों ने बताया कि इस योजना के तहत उन्हें किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिल रही हैं, जिससे उनके इलाज का खर्च कम हुआ है। मंत्री ने जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने और दवाओं की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
एम्स बिलासपुर की तीसरी मंजिल पर स्थित अमृत (Affordable Medicines and Reliable Implants for Treatment) फार्मेसी का शुभारंभ किया गया। इस केंद्र पर 50 प्रतिशत से अधिक छूट पर जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मंत्री ने बताया कि एम्स बिलासपुर में खुली यह देश की 225वीं अमृत फार्मेसी है, जिससे मरीजों को अत्यधिक लाभ मिलेगा।
मंत्री ने न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक का दौरा किया और वहां उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि एम्स बिलासपुर में चिकित्सा सेवाओं को उन्नत बनाने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है।
इस दौरान 25 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित PET CT (Positron Emission Tomography – Computed Tomography) और SPECT CT (Single Photon Emission Computed Tomography) स्कैनर का उद्घाटन किया गया। PET CT स्कैनर से कैंसर, न्यूरोलॉजिकल और हृदय रोगों के सटीक निदान में मदद मिलेगी, जबकि SPECT CT स्कैनर से हड्डियों, किडनी और हृदय से जुड़ी बीमारियों की गहन जांच की जा सकेगी। मंत्री ने कहा कि इन अत्याधुनिक सुविधाओं से मरीजों को सटीक और शीघ्र निदान की सुविधा मिलेगी, जिससे इलाज अधिक प्रभावी होगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए 30 करोड़ रुपये की लागत से वायरोलॉजी रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब (VRDL) की आधारशिला रखी गई। यह लैब संक्रामक रोगों और वायरस से जुड़ी बीमारियों की जांच में सहायक होगी। भविष्य में यह लैब नए वायरस के अध्ययन, वैक्सीन विकास और महामारी प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
दूर-दराज से आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए 15 करोड़ रुपये की लागत से विश्राम सदन के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया। यह सुविधा विशेष रूप से उन मरीजों और उनके परिवारों के लिए उपयोगी होगी, जिन्हें इलाज के लिए एम्स में कई दिन रुकना पड़ता है। सांसद अनुराग ठाकुर ने विश्राम सदन की क्षमता को 250 से बढ़ाकर 500 बेड करने का सुझाव दिया। मंत्री ने कहा कि इस सुविधा से मरीजों के परिजनों को आरामदायक और सुरक्षित ठहरने की व्यवस्था मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 2027 तक देशभर में 25,000 जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे, जिससे लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और किफायती बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
एम्स बिलासपुर में 4 करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से इनडोर स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा, जिससे यहां के छात्रों और चिकित्साकर्मियों को खेल एवं व्यायाम की बेहतर सुविधा मिल सकेगी। मंत्री ने कहा कि स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए खेलकूद की सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
भीष्म क्यूब आरोग्य मैत्री योजना के तहत एम्स बिलासपुर को दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में सहायता मिलेगी। इस योजना के तहत उन्नत चिकित्सा सुविधाओं को ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स बिलासपुर को एक विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं और सुविधाओं के विस्तार पर जोर देते हुए कहा कि हर नागरिक को सस्ती और उन्नत चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने एम्स के डॉक्टरों और कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए बधाई दी और भविष्य में और अधिक सुविधाएं जोड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर सांसद अनुराग सिंह ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा अध्यक्ष हिमाचल राजीव बिंदल, प्रोफेसर डीएन शर्मा, एम्स के कार्यकारी निदेशक रणदीप शर्मा, विधायक श्री नैना देवी जी रणधीर शर्मा विधायक जीतराम कटवाल और त्रिलोक जमवाल उपस्थित थे।