ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र की आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए रोड इंफ्रास्ट्रक्टर काफी नहीं है। इसके लिए रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत करना होगा। ऐसा तभी हो सकता है जब पठानकोट-जोगिंद्रनगर ट्रैक अपग्रेड हो और अंब ऊना से ब्रॉडगेज लाइन कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र तक पहुंचे। वर्तमान में पठानकोट-जोगिंद्रनगर ट्रैक पर चलने वाली टॉय ट्रेन से यह उद्देश्य पूरा होने वाला नहीं है।
हम पठानकोट से जोगिंद्रनगर नैरोगेज ट्रैक को अपग्रेड करने के रास्ते में एक कदम आगे बढ़े हैं। पठानकोट से जोगिंद्रनगर रेल लाइन का फाइनल फिजिकल सर्वे मंजूर हुआ है। उम्मीद है कि आने वाले कुछ साल में इस संदर्भ में अच्छा समाचार सुनने को मिलेगा। यह कहना है कि कांगड़ा-चंबा लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज का।
ewn 24 news Choice Of Himachal से विशेष बातचीत में कांगड़ा-चंबा लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि उन्हें लोकसभा सांसद बने 8 माह हो गए हैं। सांसद बनने के बाद प्राथमिकताएं साफतौर पर उनके दिमाग में थीं।
लोकसभा में उन्हें पहली बार बोलने का जब सौभाग्य मिला तो उन्होंने क्या-क्या विकास कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र में पर्यटन की दृष्टि से होना चाहिए, उसके विषय में जोरदार शब्दों से अपनी बात उठाई। हिमाचल प्रदेश, विशेषकर कांगड़ा-चंबा लोकसभा की आर्थिकी को अगर सुदृढ़ करना है तो उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरत पर्यटन क्षेत्र में विकास की है। क्षेत्र में विकास के लिए सबसे पहले इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना पड़ेगा।
क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए रोड और रेल इंफ्रास्ट्रक्टर बेसिक नीड है। पर्यटन को यह दो सुविधाएं देने की बहुत आवश्यकता है। रोड इंफ्रास्ट्रक्टर की बात करें तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार करना चाहते हैं, जिनके नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूरे देश में सड़कों का जाल बिछा दिया।
कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र में दो फोरलेन बन रहे हैं। कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र में रोड इंफ्रास्ट्रक्टर तो आने वाले एक-दो साल में बिल्कुल स्मूथ हो जाएगा और फोरलेन तैयार हो जाएंगे, लेकिन पर्यटकों को अगर रेल की सुविधा उस क्षेत्र में मिले तो वे रेल को प्राथमिकता देते हैं।
कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र में रेल इंफ्रास्ट्रक्टर न के बराबर है। पठानकोट से जोगिंदर नगर एक टॉय ट्रेन चलती है, जोकि उनके लोकसभा क्षेत्र का करीब टू थर्ड एरिया कवर करती है, लेकिन वह टॉय ट्रेन है, मीटर गेज और नैरो गेज है, इससे बड़ा उद्देश्य पूरा होता नहीं है। इसके लिए उन्होंने रेल ट्रैक को अपग्रेड करने की मांग उठाई है।
अंब ऊना तक ब्रॉडगेज पहुंच चुका है। उन्होंने लोकसभा में कहा था कि बीच में एक पहाड़ ही है। अगर उस पहाड़ को क्रॉस कर लें तो कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र में चारों देवियां मां चिंतपूर्णी, मां ज्वालाजी, माता बज्रेश्वरी, मां चामुंडा आदि के चरणों तक रेल पहुंच सकती है। पिछले सत्र के दौरान वह केंद्रीय रेल मंत्री से मिले थे। उन्होंने भी कहा था कि कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र में रेल नेटवर्क को अपग्रेड करने की बहुत जरूरत है।
वहीं, कांगड़ा-चंबा लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने हिमाचल की सुक्खू सरकार को 100 में से 10 नंबर दिए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को बरगला कर वोट हासिल किए गए। झूठी गारंटी से महिलाओं, किसानों, बेरोजगारों को ठगा गया। प्रदेश सरकार का दो साल का कार्यकाल बड़ा उत्साहवर्धक नजर नहीं आता है दो वर्ष में सरकार का ब्लू प्रिंट तैयार होना चाहिए था।
सरकार का आगे का एक्शन प्लान भी नहीं है। हिमाचल सरकार की केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है इस बात का उन्होंने खंडन किया है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और मंत्री दिल्ली जाते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर उनका धन्यवाद करते हैं। जब वे शिमला पहुंचते हैं तो उनकी भाषा बदल जाती है।
सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि पांच दिन पहले उन्होंने जिला कांगड़ा की दिशा की बैठक की थी। इस बैठक में केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा होती है। बैठक में जिला का सारा प्रशासन होता है। बैठक में उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को पूछा कि केंद्र से फंडिंग का क्या स्टेटस है।
अधिकारियों ने बताया कि ये 100 फीसदी या 90 फीसदी बै। केंद्र सरकार की ओर से कमी नहीं है। देहरा में भाजपा वरिष्ठ नेता रमेश धवाला मामले में उन्होंने कहा कि वह वरिष्ठ नेता हैं और यह भाजपा परिवार की आपसी बात है।