ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला में लगातार हो रही बारिश से पौंग डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। 25 अगस्त दोपहर को डैम का जलस्तर 1385.21 फीट था, जो महज दो दिन में बढ़कर 26 अगस्त शाम 4 बजे 1390.56 फीट तक पहुंच गया। खतरे का निशान 1390 फीट है, जिसे डैम ने पार कर लिया है।
बीबीएमबी प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए पानी छोड़ने की मात्रा बढ़ा दी है। अब आउटफ्लो 79,592 क्यूसिक तक पहुंच गया है। डाउनस्ट्रीम क्षेत्र में यह मात्रा 67,867 क्यूसिक दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे मंड क्षेत्र के लिए खतरा और बढ़ गया है।
पिछले 24 घंटे के आंकड़े बताते हैं कि 25 अगस्त दोपहर तक डैम में इनफ्लो 1,37,520 क्यूसिक और आउटफ्लो 59,539 क्यूसिक था। 26 अगस्त की सुबह इनफ्लो लगातार बढ़कर सुबह 9 बजे 2,50,957 क्यूसिक तक पहुंच गया, जबकि आउटफ्लो 73,728 क्यूसिक रहा। 11 बजे तक जलस्तर 1389.41 फीट, इनफ्लो 2,59,290 क्यूसिक और आउटफ्लो 74,972 क्यूसिक था। दोपहर 4 बजे तक जलस्तर 1390.56 फीट और इनफ्लो 2,30,240 क्यूसिक दर्ज किया गया।
बीबीएमबी ने पानी छोड़ने का चरणबद्ध शेड्यूल भी जारी किया है। इसके अनुसार जलस्तर 1390 फीट पर 80 हजार क्यूसिक, 1391 फीट पर 85 हजार, 1392 फीट पर 90 हजार, 1393 फीट पर 95 हजार और 1394 फीट पर 1 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा जाएगा। अगर जलस्तर और बढ़ता है तो 1399 फीट पर 1 लाख 70 हजार क्यूसिक तक पानी छोड़ा जा सकता है। 1400 फीट पर डैम से स्वतः ‘फ्री फ्लो’ की स्थिति बन जाएगी।
प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती और एसडीएम इंदौरा सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं, लेकिन मंड क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है। प्रभावित इलाकों में राहत कैंप बनाए गए हैं, जहां रहने, खाने-पीने और स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम किया गया है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने, नदी किनारे न जाने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।