ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल में हो रही बारिश ने मंड बहादपुर, मंड भोग्रवां व रियाली क्षेत्र के लोगों की चिंता और प्रशासन की चुनौती बढ़ा दी है। मंड बहादपुर में ब्यास के साथ बसे कुछ परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है।
बता दें कि पौंग बांध से नौवें दिन भी पानी छोड़ने का सिलसीला जारी है। पौंग बांध से छोड़े जा रहे पानी से फतेहपुर व इंदौरा से गुजरने वाली ब्यास नदी का रुख बदलने से मंड बहादपुर व मंड भोग्रवां के क्षेत्रों में ब्यास का पानी घरों से मात्र कुछ दूरी पर रह गया है।
लोगों की फसल बर्बाद हो चुकी है। पानी धीरे-धीरे घरों की तरफ बढ़ रहा है, जिससे लोगों को अपनी जान का भी खतरा बना हुआ है।
मंड भोग्रवां, मंड रियाली व मंड बहादपुर क्षेत्र में हजारों कनाल उपजाऊ भूमि को नुकसान पहुंचा है। वहीं, लोगों के आशियानों पर भी खतरा मंडरा रहा है।
तेज बहाव के कारण भूमि कटाव शुरू हो गया है। अधिकतर लोगों के खेत जलमग्न हो गए हैं। कुछ हिस्सों में मिट्टी का इतना कटाव हो चुका है कि अब दोबारा खेती करना मुश्किल हो जाएगा।
इससे खेतों में काम करने वाले मजदूरों की आजीविका पर भी संकट आ गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पानी का बहाव इसी तरह से रहा तो आने वाले दिनों में नुकसान और बढ़ सकता है। इस स्थिति ने ग्रामीणों के सामने चिंता और प्रशासन के समक्ष चुनौती खड़ी कर दी है।
बता दें कि बारिश के चलते जलस्तर बढ़ने से पौंग बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले दिनों रियाली पंचायत के वार्ड नौ से 17 लोगों को रेस्क्यू कर पुलिस ने सुरक्षित जगह पहुंचाया था।
लोगों का कहना है कि 2023 में भी इसी तरह बाढ़ आई थी, तब भी इनका बहुत नुकसान हुआ था। इस बार भी ब्यास नदी में ज्यादा पानी आने से उनकी बहुत सारी जमीन बह गई हैं और उनके घरों तक पानी पहुंच रहा है, जिससे उनको जान का खतरा भी बना हुआ है। लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है ।
इंदौरा के एसडीएम सुरिंद्र ठाकुर ने कहा कि पौंग डैम से छोड़े गए पानी के कारण मंड, रे, रियाली, बडूखर आदि क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिसको लेकर जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों की तैनाती कर दी है, ताकि समय रहते लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके।
अगर हालात बिगड़ते हैं तो लोगों को जल्द से जल्द रेस्क्यू किया जा सके। उन्होंने कहा कि लगातार पौंग बांध से बीबीएमबी द्वारा पानी छोड़ा जा रहा है और पौंग बांध के निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी अपील की जा रही है कि वह अपने घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर चलें जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन की और से विभिन्न टीमों का भी गठन किया गया है।