मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में बारिश ने कहर बरपाया है। जिला में 9 जगहों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। साथ ही एक जगह बाढ़ आई है और कुछ जगहों पर पानी भरा है। अब तक की जानकारी के अनुसार चार लोगों की मौत हुई है और 16 लोग लापता है। इसके अलावा 99 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इस आपदा में 10 घर और 12 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं व 26 पशुओं की जान गई है।
जानकारी के अनुसार मंडी जिला के गोहर सब डिवीजन के स्यांज, बड़ा, बस्सी और तलवाड़ा गांव में बादल फटा है। स्यांज में दो घर बह गए। इसमें 9 लोग बह गए हैं। बड़ा में घर क्षतिग्रस्त हुआ है और 4 को रेस्क्यू किया व दो के शव मिले। टिकरी प्रोजेक्ट से 20 से 25 लोग रेस्क्यू किए गए। बस्सी में बादल फटने के बाद दो लोगों को रेस्क्यू किया गया।
तलवाड़ा गांव में बादल फटने की घटना के बाद 3 लोग एक परिवार के लापता हैं और एक लड़की सुरक्षित है। करसोग के कुट्टी में बादल फटने से सात लोग फंस गए, जिन्हें सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। पुराना बाजार में चार लोग लापता हैं और एक शव मिला है। करसोग कॉलेज में 12 छात्र और 4 महिलाएं रेस्क्यू की गईं। रिक्की से सात लोगों को निकाला गया।
धर्मपुर के त्रियांबला सेरठी में बादल फटने से दो घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसमें पांच गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं और 26 पशु मरे हैं। भड़राना में चार घर और तीन गौशालाएं क्षतिग्रस्त हैं। जोगिंद्रनगर के नेरी कोटला में एक शव मिला है। बालीचौकी में बाढ़ के चलते मंगलौर पुल की रिटेंनिंग बॉल डेमेंज हुई है। कोटली में दो घर और चार गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। मंडी सदर पैलेस कॉलोनी में पानी भर गया। 11 लोग शिफ्ट किए। टारना में भी पानी भरने की समस्या पेश आई। डाइट मंडी से 29 लड़कियों को रेस्क्यू कर रिलीफ कैंप में पहुंचाया।