ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल प्रदेश विद्युत पेंशनर फोरम की नूरपुर यूनिट की डोर टू डोर अभियान की शुरुआत हो चुकी है। अभियान का आगाज पक्का टियाला (कंडवाल जसूर) से हुआ। अभियान में विद्युत बोर्ड से रिटायर पेंशनरों को घर-घर जाकर फोरम की सदस्यता दिलाई गई। साथ ही बोर्ड में चल रहे घटनाक्रम की जानकारी भी दी गई।
फोरम के राज्य उपाध्यक्ष पवन मोहल ने कहा कि पिछले दो वर्ष से रिटायर कर्मचारियों को उनके रिटायरी लाभ नहीं मिल रहे। इससे पेंशनरों में सरकार और बोर्ड प्रबंधन के प्रति गहरा रोष है।
फोरम ने मांग की कि जनवरी 2016 से मार्च 2022 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों को संशोधित लीव इनकैशमेंट, संशोधित ग्रेच्युटी और वेतनमान की बकाया राशि तुरंत दी जाए।
मार्च 2024 के बाद रिटायर हुए कर्मचारियों को ग्रेच्युटी नहीं मिली। सितंबर 2023 के बाद पेंशनरों को लीव इनकैशमेंट भी नहीं दी गई। फोरम ने कहा कि इन सभी वित्तीय लाभों का भुगतान तुरंत किया जाए, ताकि पेंशनर बुढ़ापे में सम्मानजनक जीवन जी सकें।
फोरम ने मुख्यमंत्री द्वारा बिजली मित्र रखने की घोषणा का विरोध किया। कहा कि विद्युत विभाग जोखिम भरा है। यहां प्रशिक्षित और स्थायी कर्मचारियों की जरूरत है। बिजली मित्र जैसी भर्तियां न की जाएं।
फोरम ने बताया कि दो वर्ष पहले बोर्ड प्रबंधन ने 1030 फील्ड कर्मचारियों के खाली पद भरने की मंजूरी दी थी, लेकिन अब तक भर्ती नहीं हुई। सरकार इन पदों पर भर्ती के आदेश दे। साथ ही करीब 12 हजार स्वीकृत रिक्त पदों पर भी भर्ती की जाए।