राकेश चंदेल/बिलासपुर। जिला स्तरीय दिव्यांगता समिति की बैठक उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं और नीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
उपायुक्त ने बताया कि वर्ष 2024-25 में जिला बिलासपुर में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत पात्र दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिव्यांग राहत भत्ता योजना के अंतर्गत 4764 पात्र दिव्यांगजनों को लगभग 6 करोड़ 20 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। इसके अलावा, दिव्यांगजन छात्रवृत्ति योजना के तहत 105 पात्र विद्यार्थियों को 11 लाख 96 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि अलीमको संस्था के सहयोग से जिले के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कलोल, बरठीं, भराड़ी, अवधानी घाट, किसान भवन बिलासपुर, जुखाला और स्वारघाट में मूल्यांकन शिविरों का आयोजन किया गया, जहां 290 पात्र दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग और सहायता उपकरण वितरित किए गए।
दिव्यांगजनों तक सेवाएं पहुंचाने के उद्देश्य से स्पर्श अभियान के तहत जिले में 19 क्लस्टर बनाए गए हैं, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले दिव्यांगजन भी लाभान्वित हो सकें।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिमाह जिला दिव्यंगता बोर्ड का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत पात्र दिव्यांगजनों को दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद वे विभिन्न सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि दिव्यांगजनों की समस्याओं के समाधान के लिए नियमित रूप से समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी। इससे उनकी जरूरतों और समस्याओं का समय पर समाधान किया जा सकेगा।
इस बैठक में जिला न्यायवादी चंद्रशेखर भाटिया, जिला कल्याण अधिकारी रमेश बंसल सहित समिति के अन्य पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। समिति के सदस्यों ने दिव्यांगजनों की समस्याओं को सामने रखा और उनके समाधान के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।