शिमला। भीषण गर्मी से पूरा उत्तर भारत परेशान है। मैदानों में सूर्य देव आग उगल रहे हैं जिस कारण लोग राहत पाने के लिए पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। मैदानी राज्यों के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं जिसके चलते लोग परिवार सहित राहत की सांस लेने हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों में पहुंच रहे हैं।
इस समय हिमाचल के शिमला, मनाली, कसौली, चायल और किन्नौर की वादियां पर्यटकों से गुलजार हैं। रौनक देखकर कारोबारी भी खुश हैं। भई हो भी क्यों न आखिर होटलों में ऑक्यूपेंसी 80 से 90 फीसदी तक चल रही है। शिमला के होटलों में वीकेंड के अलावा हफ्ते के अन्य दिनों में भी कमरों की बुकिंग में भारी बढ़ोतरी हुई है।
कांगड़ा जिला स्थित पर्यटन नगरी धर्मशाला में भी सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। वीकेंड पर धर्मशाला के होटलों में 90 फीसदी से अधिक ऑक्यूपेंसी रही। मनाली में रविवार को करीब 30,000 सैलानी पहुंचे। लगभग 3,300 पर्यटक वाहन रविवार सुबह तक मनाली पहुंचे, जबकि 100 से अधिक वोल्वो बसों और टेंपो ट्रेवलर में भी पर्यटकों ने मनाली का रुख किया।
वहीं, चंबा जिला के डलहौजी में इस वीकेंड पर ऑक्यूपेंसी 80 फीसदी रही। वीकेंड पर पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली के पर्यटकों की गाड़ियां ज्यादा पहुंच रही हैं। उधर, रविवार को सोलन जिले के पर्यटन स्थल भी पर्यटकों से गुलजार रहे। कसौली और चायल के होटलों में 90 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही। पर्यटकों के प्रदेश में रुख करने के कारण सड़क पर भी वाहनों की अधिक आवाजाही रही।
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर सुबह 10:00 बजे से शिमला की ओर और शाम 5:00 बजे से चंडीगढ़ की तरफ वाहनों की अधिक आवाजाही रही। इस कारण हाईवे पर चंबाघाट सनवारा और तंबू मोड़ के समीप जाम की स्थिति भी बनी। कसौली-धर्मपुर सड़क पर भी इसी तरह का हाल देखने को मिला।
किन्नौर के होटल और होम स्ट भी पैक हैं। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से हिमाचल में टैक्सी सहित अन्य व्यवसायिक वाहनों के काम में भी तेजी आई है। लोकल साइट सीन के अलावा पिकअप और ड्रॉप के लिए टैक्सियां बुक हो रही हैं। वहीं, ट्रैवल एजेंटों के काम ने भी रफ्तार पकड़ी है।