चंबा। हिमाचल प्रदेश में शनिवार को लोकतंत्र के पर्व यानी चुनाव में लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और मतदान करने पहुंचे लेकिन चंबा के सात मतदान केंद्र ऐसे भी थे जहां कोई वोट देने पहुंचा ही नहीं। जी हां, सात पोलिंग बूथ पर प्रत्याशियों ने वोट नहीं डाला। अब यहां के लोगों ने ऐसा कदम क्यों उठाया ये बताते हैं आपको विस्तार से ...
लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान जिला चंबा के चार विधानसभा क्षेत्रों चंबा सदर, डलहौजी, भरमौर व तीसा के तहत सात मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। इसका कारण था लोगों ने मूलभूत सुविधाएं न मिलना।
इनमें विधानसभा क्षेत्र चंबा के तहत आने वाली ग्राम पंचायत रजिंडू का सरा बूथ, विधानसभा क्षेत्र चुराह के तहत आने वाले दो पोलिंग बूथ मक्कन-चचूल व जूरी, विधानसभा क्षेत्र डलहौजी के तहत सगोटी व जुतराण बूथ व विधानसभा क्षेत्र भरमौर के तहत आने वाली ग्राम पंचायत फागड़ी का फागड़ी बूथ व ग्राम पंचायत दाड़वीं का रांभो बूथ पर लोगों ने वोटिंग का बहिष्कार किया।
विधानसभा क्षेत्र डलहौजी के तहत आने वाली ग्राम पंचायत भजोत्रा के सगोटी बूथ और ग्राम पंचायत नड्डल के जुतराण बूथ में एक भी मतदाता वोट डालने नहीं आया। पोलिंग पार्टी को खाली ईवीएम लेकर लौटना पड़ा। यहां पर कुल 403 मतदाता थे।
वहीं, नड्डल पंचायत के जुतराण बूथ के करीब 548 मतदाताओं ने भी वोट नहीं डाले। विधानसभा क्षेत्र भरमौर फागड़ी पंचायत के फागड़ी बूथ में करीब 640 मतदाता हैं। यहां पर सिर्फ 4 लोगों ने ही वोट डाले वो भी कर्मचारियों की ओर से डाले गए थे।