ऋषि महाजन/इंदौरा। आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने आज अरनी यूनिवर्सिटी में आयोजित एनटीपीसी नेशनल रैंकिंग आर्चरी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक मलेंद्र राजन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
16 से 25 मार्च तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में देशभर से आए प्रतिभाशाली तीरंदाज अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। प्रतियोगिता में सीनियर, जूनियर तथा यूथ ग्रुप के मुकाबले होंगे, जिनमें प्रत्येक ग्रुप में 64-64 तीरंदाज (32 पुरुष और 32 महिला) भाग लेंगे।
खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाजी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इसके लिए उन्होंने भारतीय तीरंदाजी संघ, हिमाचल तीरंदाजी संघ और अरनी यूनिवर्सिटी को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेल अधोसंरचना को मजबूत करने और खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार प्रदेश में नए इंडोर स्टेडियमों का निर्माण करने के साथ-साथ खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए कई कदम उठा रही है।
खेल मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में ऐतिहासिक वृद्धि की है ताकि वे प्रोत्साहित हों और अधिक युवा खेलों से जुड़ सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार व्यवस्था परिवर्तन के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है।
उन्होंने बताया कि ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक में स्वर्ण पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि 3 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये की गई है, जबकि रजत पदक विजेताओं को अब 2 करोड़ रुपये के स्थान पर 3 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेताओं को 1 करोड़ रुपये के स्थान पर 2 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं।
इसी तरह, एशियाई खेलों और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि को 50 लाख रुपये से बढ़ाकर 4 करोड़ रुपये किया गया है, जबकि रजत पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये के स्थान पर 2.50 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये के स्थान पर 1.50 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को 50 लाख रुपये के स्थान पर 3 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये के स्थान पर 2 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये के स्थान पर 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा डाइट मनी और यात्रा भत्तों में भी वृद्धि की गई है। अब राज्य से बाहर प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 200 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए थ्री-टियर एसी रेल किराया और 200 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए इकोनॉमी क्लास हवाई किराया प्रदान किया जाएगा। यह कदम प्रदेश के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगा।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक मलेंद्र राजन ने भी भारतीय तीरंदाजी संघ,हिमाचल तीरंदाजी संघ और आरनी यूनिवर्सिटी को प्रतियोगिता के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जिससे खेलों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।
खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने आरनी यूनिवर्सिटी में तीरंदाजी, वॉलीबॉल, फुटबॉल और इंडोर जिम अकादमी का भी शुभारंभ किया।
इससे पहले, आरनी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. विवेक सिंह ने मुख्य अतिथि और विशेष अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कॉम्पिटिशन डायरेक्टर रूपेश कर, अंतरराष्ट्रीय रेफरी प्रदीप शर्मा, हिमाचल तीरंदाजी संघ के महासचिव रघुनाथ राणा, उपाध्यक्ष कर्नल संजय वर्मा, डीएसपी संजीव कुमार, तहसीलदार अमनदीप तथा प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाड़ी उपस्थित रहे।