शिमला। पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर गोलीकांड मामले में बड़ी अपडेट एसआईटी है। मामले में SIT का गठन किया गया है। एडीजीपी ज्ञानेश्वर सिंह की अगुवाई में SIT गठित की गई है। इसमें डीआईजी सौम्या सांबशिवन को चेयरपर्सन बनाया गया है। एसपी बिलासपुर संदीप धवल सहित एसडीपीओ घुमारवीं चंद्रपॉल और एसएचओ पीएस सदर इंस्पेक्टर हरनाम सिंह इस टीम में शामिल हैं।
बता दें शुक्रवार को होली के दिन बंबर ठाकुर पर कुछ अज्ञात लोगों ने गोलियां चला दीं। वारदात के समय बंबर ठाकुर बिलासपुर में अपने आवास पर थे। मौके पर करीब 22 से 24 राउंड गोलियां चली थी। बंबर ठाकुर और उनके पीएसओ के पीठ, पेट और टांग पर गोलियां लगीं।
गोलियां चलने के बाद बंबर को पहले किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था और पीएसओ (PSO) को सीधे अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ समय बाद बंबर को भी अस्पताल पहुंचाया गया। बंबर ठाकुर को टांग में गोली लगी है उनको आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है वहीं, पीएसओ संजीव कुमार को एम्स बिलासपुर रेफर किया गया है उसे दो गोलियां लगी हैं। बंबर की सुरक्षा में आईजीएमसी में 10 से 12 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
पुलिस ने एक बोलेरो गाड़ी को मंडी जिला के चक्कर से बरामद किया है। उसी जगह के पास एक पिस्तौल बरामद हुआ है। गाड़ी के चालक समेत पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हमलावरों ने वारदात को उस समय अंजाम दिया जब दोपहर बाद 3:00 बजे बंबर बिलासपुर शहर के वीआईपी चंगर सेक्टर स्थित अपनी पत्नी के सरकारी आवास पर लोगों से मिल रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार हमलावरों ने 22 से 24 राउंड फायर किए। बंबर साथ ही खड़ी इनोवा गाड़ी के पीछे छिप गए।
गोलीकांड के तार बंबर पर पिछले साल फरवरी में रेल लाइन कंपनी के कार्यालय में हुए हमले के मुख्य आरोपी से जुड़ रहे हैं। एक युवक ने सीसीटीवी फुटेज में दिखे चार हमलावरों में से दो की पहचान की है। उसके अनुसार दो हमलावर मुख्य आरोपी के साथ देखे थे। वे हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हैं। एक अन्य फुटेज से पता चला है कि चारों आरोपी हमला करने के बाद बिलासपुर बस अड्डा के पास पहुंचे। वहां से बोलरो गाड़ी में बैठकर फरार हो गए।
जांच में पता चला है कि हमला करने से पहले बंबर के आवास पर कुछ ऐसे लोग भी थे, जो हमलावरों को मौके की जानकारी दे रहे थे।
चश्मदीद के बयान पर सदर थाना में हत्या का प्रयास करने सहित आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की हैं। हमलावर स्थानीय नहीं हैं। कुछ इनपुट मिले हैं, जिन पर काम किया जा रहा है। एफएसएल टीम ने वारदात स्थल से गोलियों के खाली खोल बरामद किए हैं।