ऋषि महाजन/नूरपुर। पौंग बांध से लगातार पानी छोड़े जाने से कांगड़ा जिला के फतेहपुर और इंदौरा के निचले क्षेत्र के कई गांवों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कुछ गांव टापू बन चुके हैं, तो कई घरों में पानी घुस गया है।
ऐसे में डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने मंगलवार को पौंग डैम और बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने बीबीएमबी अधिकारियों के साथ बैठक कर कम मात्रा में पानी छोड़ने के निर्देश दिए, ताकि निचले क्षेत्रों में नुकसान कम हो।
डीसी ने रियाली और भोग्रवां जैसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया। उनके साथ एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती और एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर भी मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन बीबीएमबी पर लगातार दबाव बना रहा है, ताकि पानी एकदम से ज्यादा न छोड़ा जाए। इसी कारण इस बार पिछली बार की तुलना में कम तबाही हुई है। दो साल पहले सेना की मदद लेनी पड़ी थी, लेकिन इस बार स्थिति नियंत्रण में है।
बीबीएमबी प्रशासन ने पानी छोड़ने से पहले निचले इलाकों में रहने वालों को सूचित किया था। अब पानी छोड़े जाने के दौरान जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है, ताकि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सके।
प्रभावित गांवों में जाकर डीसी हेमराज बैरवा ने लोगों से मुलाकात की और उनका दुख-दर्द सुना। उन्होंने कहा, सरकार और प्रशासन आपके साथ है।
समय रहते सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं, प्रशासन ने रहने के लिए कैंप बनाए हैं। उन्होंने एसडीएम और स्थानीय प्रशासन को हर समय प्रभावितों के सहयोग के लिए तैयार रहने के निर्देश भी दिए।