ऋषि महाजन/नूरपुर। पौंग बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार शाम 7 बजे जलस्तर 1393.68 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से काफी ऊपर है। बीबीएमबी प्रबंधन ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि कल 28 अगस्त (वीरवार) दोपहर 2 बजे पौंग डैम से 1,10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
वर्ष 2023 में धुस्सी बेला ठाकरों के टूटने से बरोटा, ठाकुरद्वारा, पराल, मलकाना सहित कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए थे। उस समय प्रभावित हुए 60 गांव (17 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत) अब भी खतरे के क्षेत्र (डेंजर जोन) में हैं।
प्रशासन ने चेताया है कि इस बार छोड़ा जाने वाला पानी खेतों और रिहायशी इलाकों को डुबो सकता है। साथ ही, ब्यास नदी कई जगह अपना मार्ग बदल सकती है और भू-क्षरण (कटाव) से जलभराव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
प्रशासन ने आदेश दिया है कि कल दोपहर 12 बजे तक सभी गाँव पूरी तरह खाली कर लिए जाएं।
* कोई भी व्यक्ति घर में न रुके।
* सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए।
* पंचायत सचिव व स्थानीय प्रशासन स्वयंसेवकों की टीमें गठित करें और सुबह से ही गाँवों में चेतावनी प्रसारित करें।
* टीमें घर-घर जाकर लोगों को बाहर निकालें।
* ब्यास नदी के सभी संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
प्रशासन ने कहा है कि पौंग डैम से छोड़ा जाने वाला पानी एक साथ और बहुत तेज़ी से आएगा। इसलिए सतर्क रहना और समय पर कार्रवाई करना बेहद ज़रूरी है।
* अपने साथ ज़रूरी दस्तावेज़, दवाइयाँ और आवश्यक सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाएँ।
* अफवाहों से बचें और केवल प्रशासन के निर्देशों पर भरोसा करें।
* सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी तरह का जोखिम न उठाएँ।
प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि बचाव कार्यों के लिए पूरी तैयारी की गई है और हर परिस्थिति में जनता के साथ खड़ा रहेगा।