ऋषि महाजन/नूरपुर। गौ सेवा दल नूरपुर बेसहारा और घायल गायों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस दल की शुरुआत 7 साल पहले अर्पण चावला ने की थी।
उन्होंने कुछ युवाओं को साथ जोड़ा था। अब यह दल 36 युवाओं की टीम बन चुका है। सभी सदस्य दिन-रात बीमार और घायल गौवंश की सेवा में लगे रहते हैं।
संस्था के अनुसार अब तक 300 से ज्यादा घायल गायों का इलाज किया जा चुका है। यह दल बिना किसी सरकारी मदद के काम कर रहा है। सेवा और समर्पण से इसने समाज में अलग पहचान बनाई है। कई संस्थाएं सरकारी अनुदान के बावजूद सवालों में घिरी रहती हैं। वहीं, यह दल बिना किसी लाभ के लगातार सेवा कर रहा है।
सड़क किनारे घायल गायों की सूचना मिलते ही दल के सदस्य तुरंत मौके पर पहुंचते हैं। प्राथमिक उपचार करते हैं। गंभीर हालत में होने पर गायों को वाहन से गौशालाओं में पहुंचाया जाता है। हाल ही में एक ही दिन में 7 अलग-अलग जगहों से घायल गायों की सूचना मिली। टीम ने तुरंत पहुंचकर इलाज किया।
सेवा कार्य में आशीष , स्वर्ण,धीरज , मोंटू, अनिल , अमित , सलमान और आशीष शामिल रहे। इनके साथ पशुपालन विभाग के फार्मासिस्ट रवि कुमार, पवन कुमार, वीरेंद्र कुमार और नरेंद्र कुमार ने भी सहयोग किया।
दल प्रमुख अर्पण चावला ने बताया कि अब घायल गायों को रात में दुर्घटना से बचाने के लिए रेडियम कॉलर पहनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी लोगों ने चारागाहों पर कब्जा कर लिया है। इससे पशुओं के लिए चरने की जगह नहीं बची है। इसी कारण वे सड़कों पर भटकते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं। दल के सदस्य हर समय सेवा के लिए तैयार रहते हैं।