ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कनिष्ठ अभियंता एवं अतिरिक्त सहायक अभियंता एसोसिएशन के नूरपुर ज़ोन की जनरल हाउस मीटिंग नूरपुर में राज्य अध्यक्ष इंजीनियर मुकेश राठी की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। बैठक में बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।
फील्ड में सामग्री की भारी कमी, इंजीनियरों को निजी खर्च उठाने की नौबत बैठक में ट्रांसफॉर्मर डैमेज और फील्ड में आवश्यक सामग्री की कमी को सबसे गंभीर समस्या के रूप में उठाया गया। सदस्यों ने बताया कि एम एंड टी विभाग को रिपेयर के लिए आवश्यक उपकरण व सामग्री समय पर नहीं मिल रही, जिससे मरम्मत कार्यों में देरी हो रही है।
ट्रांसफॉर्मर ऑयल की कमी के कारण कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बहाल करने में कठिनाई आ रही है, और कुछ स्थानों पर जूनियर इंजीनियरों को अपने निजी खर्च से मरम्मत कार्य करवाने पड़ रहे हैं।
यह निर्णय लिया गया कि प्रबंधन से आग्रह किया जाएगा कि एम एंड टी विभाग को पर्याप्त मात्रा में सामग्री समय पर उपलब्ध कराई जाए ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति दी जा सके।
राज्य अध्यक्ष इंजीनियर मुकेश राठी ने कहा कि फील्ड स्टाफ एवं तकनीकी कर्मचारियों की कमी से इंजीनियरों पर कार्यभार अत्यधिक बढ़ गया है।
उन्होंने सरकार व प्रबंधन से रिक्त पदों को शीघ्र भरने, आवश्यक सामग्री की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित करने, और फील्ड इंजीनियरों को सुरक्षित कार्य वातावरण देने की मांग की।
बैठक में पारित प्रमुख प्रस्ताव अभियोजन के मामलों (आईपीसी 304-A) में अभियंताओं की कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। फिक्स्ड टेन्योर अलाउंट को शीघ्र स्वीकृति दी जाए। डिप्लोमा धारक इंजीनियरों के पदोन्नति अधिकारों में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ स्वीकार नहीं होगी। प्रत्येक सेक्शन में आईटी सुविधाएं (कंप्यूटर, प्रिंटर, सैप कनेक्टिविटी) शीघ्र उपलब्ध कराई जाएं।संगठन के अंदर एकजुटता और अनुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
बैठक के दौरान नूरपुर ज़ोन की नई कार्यकारिणी के गठन हेतु चुनाव भी संपन्न हुए। सर्वसम्मति से निम्न पदाधिकारियों का चयन किया गया इंजीनियर केवल सिंह, ज़ोनल अध्यक्ष इंजीनियर पंकज पठानिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंजीनियर अमित कुमार, उपाध्यक्ष इंजीनियर अभिषेक कुमार, महासचिव इंजीनियर संगम, अतिरिक्त महासचिव इंजीनियर रजत सिंह, मुख्य संगठन सचिव इंजीनियर ओंकार सिंह, वित्त सचिव इंजीनियर मनोज कुमार को बनाया गया। नई कार्यकारिणी के गठन से संगठन में नई दिशा, ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ। राज्य अध्यक्ष इंजीनियर मुकेश ने कहा कि इंजीनियर विभाग की रीढ़ हैं। उनके मनोबल को ऊँचा रखना ही संगठन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।