कुल्लू। बंजार उपमंडल की नोहांडा पंचायत के गांव झनियार में सोमवार को हुई भीषण आगजनी की घटना से हुए भारी नुकसान का जायज़ा लेने के लिए लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर सांत्वना व्यक्त की और उन्हें राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
मंत्री ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से झनियार गांव भेजा है, ताकि प्रभावित परिवारों की स्थिति का जायज़ा लेकर राहत और पुनर्वास कार्यों को गति दी जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार इस संकट की घड़ी में हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और तांदी गांव की तर्ज पर झनियार के लोगों को भी उचित सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस घटना में 16 मकान पूरी तरह जलकर राख हो गए हैं, जिनमें दो मंदिर और चार गौशालाएं भी शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत राहत और पुनर्वास कार्य आरंभ कर दिए थे। प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री और अंतरिम सहायता राशि उपलब्ध करवाई गई है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि झनियार एक बहुत पुराना और पारंपरिक वास्तुकला वाला गांव था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे पुराने गांव को संरक्षित रखने के लिए लोगों को अपने घरों का भी बीमा करवाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार भी आगजनी की घटनाओं को देखते हुए लोगों को बीमे के लिये प्रोत्साहित करेगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं में नुकसान की भरपाई हो सके। उन्होंने ग्रामीणों से यह भी आह्वान किया कि वे घर के पास सूखी घास या ज्वलनशील सामग्री एकत्रित न करें, ताकि आगजनी जैसी घटनाओं से बचा जा सके।
मंत्री ने कहा कि झनियार गांव तक सड़क न होने के कारण राहत पहुंचाने में कठिनाई हुई, जिसके चलते नुकसान भी अधिक हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना-4 में इस क्षेत्र को शामिल किया गया था लेकिन तय मापदंडों के अनुरुप जनसंख्या कम होने से यह क्षेत्र इससे छूट गया। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया।