हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला सदर थाना के तहत सासन पंचायत में महिला के साथ हुई हैवानियत मामले में रविवार को लोगों का गुस्सा फूटा। ग्रामीणों ने महिला की देह को शिमला-मटौर नेशनल हाईवे पर रखकर चक्का जाम किया। लोगों ने करीब चार घंटे शिमला-मटौर हाईवे बंद रखा।
ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 103 पर महिला के शव को रखकर आरोपी को मौके पर लाने की भी जोरदार मांग उठाई। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे।
चार घंटे तक वाहन फंसे रहे। नेशनल हाईवे पर खनियारा में सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हुए और देह को मार्ग पर रखकर न्याय की गुहार लगाई।
इसके उपरांत पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। हालांकि ग्रामीण पुलिस के आश्वासन को भी अनसुना कर आरोपी को मौके पर लाकर प्रस्तुत करने की मांग की।
हालांकि, बाद में लोग मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के आश्वासन के बाद माने। दोपहर दो बजे लोग हाईवे से हटे। उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह ने मृतक महिला के जीजा की सीएम से बात करवाई।
सीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। लोगों ने सासन में पुलिस चौकी खोलने की भी मांग रखी साथ ही क्षेत्र में उचित पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की। जिस पर सीएम ने एसपी को निर्देश दिए।
ग्रामीणों की मांग थी कि जिस लड़के ने महिला रंजना देवी के साथ गलत काम किया है उसके नाबालिग होने के सबूत सार्वजनिक किए जाएं तभी महिला का अंतिम संस्कार किया जाएगा। लेकिन प्रशासन के मनाने के बाद वे मान गए व महिला के शव का संस्कार कर दिया गया। दिव्यांग गोलू ने मां की चिता को अग्नि दी।
महिला का शव शनिवार देर रात पीजीआई चंडीगढ़ से गांव लाया गया था जिसके बाद रविवार सुबह ग्रामीण विरोध में उतर आए। ग्रामीणों ने यह भी सवाल उठाया है कि मृतक महिला के दिव्यांग पुत्र गोलू की देखभाल कौन करेगा।
उन्होंने प्रशासन से इस बच्चे के भविष्य को लेकर स्पष्ट आश्वासन मांगा है। प्रशासन के आश्वासन के बाद लोग हाईवे से हट गए। ग्रामीणों का कहना था कि यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह जिला है इसलिए उन्हें भी यहां आकर स्थिति का जायजा लेना चाहिए।