ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बरसात से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रविवार को इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड-2 और वार्ड-3 में तारा खड्ड का पानी अचानक मार्ग बदलकर आबादी वाले क्षेत्र में घुस गया। इस कारण 100 घरों और 100 से अधिक दुकानों में पानी भर गया।
कई जगहों पर पानी 5 से 6 फुट तक पहुंच गया और लगभग 250 से 300 परिवार प्रभावित हुए। प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए तत्काल एनडीआरएफ की टीम बुलाई, जिसने लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर राहत शिविरों में पहुंचाया। शिविरों में खाने-पीने और अन्य आवश्यक सुविधाओं का उचित प्रबंध किया गया है।
इसके अलावा डाहकुलाडा क्षेत्र में छोंछ खड्ड का पानी तटबंध तोड़कर मलोट इलाके में घुस गया, जिससे समर बायोटेक तथा पेप्सिको प्लांट में पानी भर गया। वहीं, सुखभटोली गांव में भूस्खलन व पानी के भराव से दो मकान खतरे की चपेट में आ गए। यहां प्रशासन द्वारा 9 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
प्रभावित परिवारों की लगभग 100 कनाल भूमि पर लगी खेती-बाड़ी व सब्ज़ियां बर्बाद हो गईं और उनके घरों में 4 फीट तक पानी भर गया। सुखभटोली गाँव स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल की रिटेनिंग वाल भी ढह गई और स्कूल को जाने वाला रोड बह गया। इसके अलावा इसी गांव के मधुमक्खी पालक कृष्ण पुत्र लेखराज के मधुमक्खी के छत्ते भी पानी में बह गए, जिससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
विधायक मलेंद्र राजन एसडीएम डॉ. सुरिंद्र ठाकुर तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि सरकार इस कठिन समय में उनके साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को स्थिति से अवगत करवाया जाएगा तथा प्रभावितों के लिए सरकार से हर संभव सहायता ली जाएगी।
विधायक ने प्रशासन को राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए और कहा कि प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण कर नुकसान का आकलन शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि प्रभावित परिवारों को समयबद्ध तरीके से राहत पहुंचाई जा सके।