ऋषि महाजन/नूरपुर। नूरपुर में पानी, सड़क और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की बदहाल स्थिति को लेकर शनिवार को पूर्व मंत्री राकेश पठानिया अपने समर्थकों संग सड़कों पर उतर आए।
उन्होंने नूरपुर बाजार से लेकर जल शक्ति विभाग कार्यालय तक जोरदार रोष रैली निकाली। रैली में “जल शक्ति विभाग मुर्दाबाद” और “अर्जुन महाजन अमर रहे” के गगनभेदी नारे लगे।
गौरतलब है कि दो दिन पहले अर्जुन नामक एक युवा की करंट लगने से जान चली गई थी। घर में पानी न आने के कारण वह पानी की मोटर लेने गया, जहां खुली बिजली तारों की चपेट में आकर उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इस घटना से पूरे क्षेत्र में गहरा आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पानी की सप्लाई नियमित होती तो युवक को बाहर जाने की जरूरत ही न पड़ती और उसकी जान बच सकती थी।
पूर्व मंत्री पठानिया के नेतृत्व में निकली रैली के दौरान जल शक्ति कार्यालय पुलिस छावनी में तब्दील रहा। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और प्रशासन के उच्चाधिकारी मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान पूर्व मंत्री और विभागीय अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
पठानिया ने विभाग पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि आज नूरपुर की बदहाली का कारण विभागीय लापरवाही है। अधिकारी आम जनता की बात सुनना तो दूर, उनसे ढंग से बातचीत तक नहीं करते। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में जो विकास कार्य शुरू हुए थे, उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
जब उनसे पूछा गया कि भाजपा ने चुनावों के दौरान “नूरपुर का नेता नहीं, नूरपुर का बेटा” नारा दिया था, तो इस पर तंज कसते हुए पठानिया ने कहा कि “नेता तो है, लेकिन बेटा कहां है, यह जनता खुद उससे पूछे।”
नूरपुर में लगातार बिगड़ती पानी, सड़क और बिजली की हालत पर उठ रही आवाजें अब सियासी रंग लेने लगी हैं। जनता विभाग की कार्यप्रणाली से नाराज है।