ऋषि महाजन/नूरपुर। नूरपुर के लोगों का सब्र अब टूटने की कगार पर है। जहां एक ओर जल शक्ति विभाग हर रोज पानी आ रहा है कहकर पल्ला झाड़ लेता है, वहीं असलियत यह है कि शहरवासी पिछले कई दिनों से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि लोग विभाग के नलों की ओर उम्मीद भरी नजरों से ताकते रह जाते हैं, लेकिन पानी नहीं आता।
काफी दिनों से प्रदेश से बाहर रहने के बाद जब पूर्व विधायक अजय महाजन अपने गृह क्षेत्र नूरपुर पहुंचे, तो लोगों ने तुरंत इस समस्या को उनके सामने रखा। महाजन ने बिना देरी किए उस जगह का दौरा किया, जहां पानी की स्कीम पर बार-बार लहासा गिरने से सप्लाई बाधित हो रही है। मौके पर उन्होंने आईपीएच विभाग के अधिकारियों से स्थिति की पूरी जानकारी ली।
पूर्व विधायक ने विभाग को कड़े शब्दों में फटकार लगाते हुए कहा कि इतने दिनों से शहर में पानी नहीं आ रहा, लेकिन विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की। उन्होंने तुरंत निर्देश दिए कि शहर में जहां-जहां पानी के टैंकर पहुंच सकते हैं, वहां टैंकरों के माध्यम से पानी की सप्लाई शुरू की जाए।
इसी दौरान वन विभाग के निदेशक योगेश महाजन ने भी शहर के कुछ स्थान चिह्नित करके बताए, जहां टैंकर खड़े किए जा सकते हैं ताकि लोग आसानी से पानी भर सकें।
मौके पर मौजूद एक्सियन आनंद बलौरिया ने स्वीकार किया कि नूरपुर को पानी की सप्लाई पहुंचाने वाली पाइपलाइन करीब 8.5 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से लगभग 4 किलोमीटर हिस्सा ऐसे जोन में आता है, जहां बार-बार लहासा गिर जाता है। विभाग एक जगह मरम्मत करता है तो दूसरी तरफ फिर से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। इसी कारण लोगों को स्पष्ट जानकारी भी नहीं मिल पा रही।
बलौरिया ने कहा कि शहर में बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए पानी छोड़ा गया है और लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि अगले एक-दो दिन में सप्लाई बहाल नहीं हुई तो शहरवासियों को टैंकरों द्वारा पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
वहीं, जब अजय महाजन से पूछा गया कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी इस गंभीर संकट में कहीं नजर क्यों नहीं आ रहे, तो उन्होंने तीखा जवाब देते हुए कहा “इसका जवाब तो वही दे सकते हैं, मैं नहीं।” इस अवसर पर वार्ड पार्षद गौरव महाजन भी उनके साथ थे।