कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री व सांसद किशन कपूर नहीं रहे। किशन कपूर का निधन हो गया है। किशन कपूर ब्रेन हेमरेज के चलते पीजीआई चंडीगढ़ में उपचाराधीन थे यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
किशन कपूर धर्मशाला के खनियारा गांव के रहने वाले थे। वह तीन बार राज्य सरकार में मंत्री रहे और एक बार लोकसभा सांसद रहे। धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते रहे। वह 73 वर्ष के थे और पिछले काफी समय से बीमार थे। उनका अंतिम संस्कार कल उनके पैतृक गांव धर्मशाला में होगा।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा डॉ राजीव बिन्दल, नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश सह-प्रभारी संजय टण्डन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सर्वश्री महेश्वर सिंह, सुरेश चंदेल, सुरेश भारद्वाज, सतपाल सिंह सत्ती, सुरेश कश्यप, राज्यसभा सांसद सुश्री इंदु गोस्वामी, डॉ सिकंदर कुमार, हर्ष महाजन, लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर, डाॅ0 राजीव भारद्वाज, कंगना रणौत, कांगड़ा संसदीय क्षेत्र प्रभारी एवं विधायक विपिन परमार, हमीरपुर संसदीय क्षेत्र प्रभारी एवं विधायक विक्रम ठाकुर, मण्डी संसदीय क्षेत्र प्रभारी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष गोविन्द ठाकुर, शिमला संसदीय क्षेत्र प्रभारी एवं विधायक सुखराम चैधरी, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर, बिहारी लाल शर्मा ने भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद किशन कपूर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि किशन कपूर एक मधुरभाषी, मिलनसार और एक दूरदर्शी नेता थे। उनसे उनका आत्मियता का नाता रहा है और विधानसभा में उनके साथ उन्हें काम करने का सुअवसर भी मिला था। उन्होंने किशन कपूर के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए इसे एक अपूर्णीय क्षति बताया है। भाजपा नेताओं ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संत्पत परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया के जरिए किशन कपूर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा, "भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री व सांसद किशन कपूर के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है। भाजपा परिवार ने एक बड़े नेता को खोया है, इस क्षति की भरपाई असंभव है।
किशन जी ने बतौर मंत्री प्रदेश के विकास एवं जनता के कल्याण के लिए अहम भूमिका निभाई है, उनके योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें तथा शोकग्रस्त परिवारजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। "
किशन कपूर 1970 में जनसंघ के सदस्य बने और 1980 में भारतीय जनता पार्टी के गठन के बाद 1982 में धर्मशाला मण्डल के अध्यक्ष बने, 1990 में वह पहली बार विधायक बने और 1993 में दूसरी बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए।
वह विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक रहे तथा 1995-97 तक वे जिला कांगड़ा के अध्यक्ष भी रहे। किशन कपूर का परिवहन एवं कानून मंत्री तथा खाद्य आपूर्ति एवं शहरी विकास मंत्री के रूप में प्रदेश के विकास कार्यो में अहम योगदान रहा है। 2019 में हुए लोकसभा चुनावो में किशन कपूर जी ने कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और रिकॉर्ड मार्जिन से जीत दर्ज की थी।