हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील की पंचायत महेवा के राहण वार्ड के लोगों को आजादी के इतने साल बाद भी जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। खासकर बरसात के दिनों में मुश्किल और भी बढ़ जाती है। इसका कारण यह है कि आज दिन तक एक एंबुलेंस योग्य पुल न बनने से यह क्षेत्र बरसात में अन्य क्षेत्रों से कट सा जाता है। लोगों को कई बार उफनती खड्ड को पार करके अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। स्कूल छात्रों को तो काफी परेशानी होती है।
राहण निवासी कर्म चंद ने बताया कि राहण वार्ड में हरिजन बस्ती है। यहां के लोग आज भी 1947 के पहले की जिंदगी जी रहे हैं। इस वार्ड में तथा लगते गांव में लगभग 50 घर हैं, जो एक खड्ड को पार करके अपने दैनिक काम को जाते हैं। यही नहीं छोटे-छोटे बच्चों को भी इसी खड्ड के रास्ते स्कूल से आना-जाना पड़ता है। यहां के लोग बरसात के मौसम में बाकी जगहों से कट से जाते हैं। बरसात में काम पर जाने के लिए इस खड्ड को पार करने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालते हैं।
एंबुलेंस योग्य पुल बनाने की मांग पहले से की जा रही है। सरकारें आती रही और जाती रहीं, लेकिन किसी ने फरियाद नहीं सुनी। पिछली सरकार के समय बनखंडी में जनमंच पर भी उन्होंने यह पुल का मुद्दा उठाया था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। गांव में अगर कोई बीमार पड़ता है, तो उसे चारपाई पर ले जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर पर लोगों को उम्मीद है। उन्होंने मुख्यमंत्री और विधायक से राहण हरिजन बस्ती के लिए एंबुलेंस योग्य पुल का निर्माण करवाने की मांग की है।